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जब उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने की बैठक में उड़ा शरद यादव का मज़ाक

हुआ दरअसल यूं कि शरद यादव जब बैठक में बोलने आए तो सभी उनको गंभीरता से सुनने लगे. शरद ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर देश में सभी दलों को एक साथ मिलकर आंदोलन करना चाहिए.

शरद यादव शरद यादव
कुमार विक्रांत
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 10:57 AM IST

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष पार्टी ने महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी को अपने उम्मीदवार के रूप में उतारने का फैसला किया है. राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के सामने पिछड़ने के बाद विपक्ष के लिए यह चुनाव काफी अहम हो जाता है. ऐसे में विपक्षी पार्टियों के बीच उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को खूब मंथन हुई. इस दौरान एक मजेदार वाकया भी देखने को मिला, जब बैठक में मौजूद नेता जेडीयू नेता शरद यादव की बात पर लेकर चुटकी लेते दिखे.

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हुआ दरअसल यूं कि शरद यादव जब बैठक में बोलने आए तो सभी उनको गंभीरता से सुनने लगे. शरद ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर देश में सभी दलों को एक साथ मिलकर आंदोलन करना चाहिए.

उनकी इस बात पर सभी ने सहमति तो जताई, लेकिन तभी जेडीयू नेता के बगल में बैठे तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने चुटकी लेते हुए राहुल गांधी के कान में कहा कि ये इनकी निजी राय है या जदयू की...

फिर क्या था हल्के माहौल में राहुल ने यह बात बगल में बैठे सीताराम येचुरी तक पहुंचा दी और येचुरी ने यह बात सार्वजनिक कर दी. इस शरद थोड़ा उखड़ते दिखे और जवाब दिया, 'किसानों का मामला है, नीतीश और पार्टी सब साथ हैं.'

कुल मिलाकर नीतीश का राष्ट्रपति चुनाव से लेकर बाकी सियासी मामलों पर शरद यादव को किनारे करना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है. इसे लेकर अब उनके साथी भी मज़ाक करने लगे हैं.

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हालांकि, इस हंसी मजाक के दौर के बाद इन 18 विपक्षी दलों ने तय किया कि उनकी ये लड़ाई 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए है और वह इस पर रणनीति बनाने के लिए हर महीने मिला करेंगे.

 

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