Advertisement

राम मंदिर के पक्ष में बोलने वाले वसीम रिजवी को मॉब लिंचिंग का डर

वसीम रिजवी लगातार राम मंदिर निर्माण के पक्ष में बयान देते रहे हैं और बाबरी मस्जिद के पक्षकारों के विरोध में आवाज बुलंद करते रहे हैं.

वसीम रिजवी (फोटो-Facebook) वसीम रिजवी (फोटो-Facebook)
जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली,
  • 08 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 8:43 AM IST

बयानों को लेकर विवादित रहने वाले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैय्यद वसीम रिजवी ने अब अपनी जान को खतरा बताया है. रिजवी ने कहा है कि उनके खिलाफ माहौल खराब किया जा रहा है और मरवाने की साजिश की जा रही है.

राम मंदिर निर्माण के समर्थन में अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले वसीम रिजवी ने रविवार को कहा कि बाबरी कलंक के पक्षकार मुल्ला उनके विरुद्ध माहौल खराब कर उन्हें भीड़-तंत्र (मॉब लिंचिंग) के जरिए मरवाने की साजिश कर रहे हैं.

Advertisement

उन्होंने दावा किया कि अयोध्या राम की नगरी है और बाबरी ढांचा मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था. इसलिए हिंदुस्तान की पवित्र भूमि पर बाबरी एक कलंक की तरह है.

रिजवी ने एक बयान जारी कर कहा कि अयोध्या की पूरी पवित्र जमीन राम की नगरी है, हिंदुओं का तीर्थ स्थान है और जिस स्थान पर बाबरी ढांचा मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था, वह श्रीराम का जन्म स्थान है. मुगलों ने हमेशा हिंदुओं के तीर्थ स्थानों पर हिंदुओं के भगवानों से जुड़े महत्वपूर्ण मंदिरों को ही तोड़ कर मस्जिदें बनाई हैं.

रिजवी ने ये भी कहा कि कट्टरपंथी सुन्नी समाज के वहाबी समर्थक मुल्ला आईएसआईएस आतंकी अबू बकर पर दिए उनके बयान को अपने खलीफा से जोड़कर उनके (रिजवी) विरुद्ध धार्मिक उन्माद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके पीछे शिया समाज के मोहर्रम को खराब करने की साजिश है.

Advertisement

उन्होंने कहा कि आतंकी अबू बकर बगदादी और मुल्ला उमर हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानों के खलीफा नहीं हैं और अगर कोई इनको खलीफा मानकर इनकी विचारधारा पर चलता है, तो उसे भी इस देश में आतंकियों की ही श्रेणी में माना जाएगा.

उन्होंने कहा कि वास्तव में ये सब बाबरी ढांचे के पैरोकार हैं. यह हिंदुस्तान में एक कलंक की तरह है, जो हिंदुस्तान के मुसलमानों को एक दिन बर्बाद कर सकता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement