
चार दिवसीय केरल यात्रा पर रवाना होने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के तीन मंत्रियों को खत लिखा है. वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, हर्षवर्धन और नितिन गडकरी को पत्र लिखकर केरल में बाढ़ पुनर्वास कार्यों के लिए मदद मांगी है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज मंगलवार को चार दिवसीय केरल दौरे पर रवाना हो रहे हैं. राहुल अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड समेत राज्य के अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी करेंगे. इससे पहले उन्होंने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर केरल में मनरेगा के तहत आने वाले कार्यों का दायरा बढ़ाने की अपील भी की. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि एक परिवार के लिए निर्धारित काम के न्यूनतम दिवस को बढ़ाकर 200 दिन किया जाए.
राहुल गांधी ने 23 अगस्त को लिखे एक पत्र में केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि केरल में पिछले कुछ दशकों के दौरान की सबसे भयानक बाढ़ आई है. भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण लोग बेघर हो गए हैं और कीचड़ भर जाने के कारण हजारों घर रहने लायक नहीं रह गए हैं.
उन्होंने आगे अपने पत्र में कहा कि अतीत में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने मनरेगा के तहत, राज्य सरकार की ओर से अधिसूचित आपदा प्रभावित गांवों, विकासखंडों या जिलों के लिए विशेष बंदोबस्त किए थे. इसके अतिरिक्त मनरेगा अधिनियम, 2005 की धारा 3(4) केंद्र सरकार को इस बात का अधिकार देती है कि वह रोजगार के निर्धारित दिनों को बढ़ा सकती है.
वायनाड सांसद राहुल गांधी मंगलवार को कन्नूर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और इसके बाद वायनाड की मानंथवडी विधानसभा क्षेत्र के रिलीफ कैंपों का दौरा करेंगे. यहां वह एक श्रद्धांजलि सभा में भी शामिल होंगे और इसके बाद थविनजल के बाढ़ प्रभावित इलाके में जाएंगे. दौरे के चौथे और आखिरी दिन कालीकट होते हुए राहुल गांधी दिल्ली के लिए वापस रवाना होंगे.