
नासा के बाद अब यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन चंद्रयान-2 के ऐतिहासक प्रयास की खुलकर सराहना की है. यूरोपियन स्पेस एजेंसी के डायरेक्टर जनरल जान वोरनर ने कहा, 'इसरो का अपने मिशन के लिए किया गया प्रयास सराहनीय है और प्रार्थना करते हैं कि विक्रम लैंडर के साथ संवाद करने का प्रयास जल्द ही सफल होगा.'
इससे पहले अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इसरो के चंद्रयान-2 मिशन की तारीफ कर चुका है. नासा ने लिखा, 'अंतरिक्ष कठिन है. हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसरोके चंद्रयान-2 मिशन को उतारने की कोशिश की सराहना करते हैं. आपने हमें अपनी यात्रा से प्रेरित किया है.'
वहीं, इसरो ने चांद पर विक्रम लैंडर की स्थिति का पता लगा लिया है. ऑर्बिटर ने थर्मल इमेज कैमरा से विक्रम लैंडर की तस्वीर भी ले ली है. हालांकि, अभी तक कोई कम्युनिकेशन नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि विक्रम लैंडर उस जगह से 500 मीटर दूर पड़ा है, जहां उसको लैंड किया जाना था. चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा (OHRC) ने विक्रम लैंडर की तस्वीर ली है.
नासा से भी पहले पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम इसरो के ऐतिहासिक प्रयास को सराहा था. उन्होंने कहा, 'चंद्रयान-2 मिशन दक्षिण एशिया के लिए अंतरिक्ष के क्षेत्र में लंबी छलांग है. यह सिर्फ दक्षिण एशिया के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी ग्लोबल स्पेस इंडस्ट्री के लिए गर्व का विषय है.' उन्होंने कहा, 'मैं चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की चांद के साउथ पोल में सॉफ्ट लैंडिंग की ऐतिहासिक कोशिश के लिए इसरो और भारत को बधाई देती हूं.'
नमीरा सलीम ने कहा, 'दक्षिण एशिया में अंतरिक्ष के क्षेत्र में इतनी बड़ी उपलब्धि अद्भुत है. यहां यह मायने नहीं रखता है कि इसमें कौन सा देश नेतृत्व कर रहा है. अंतरिक्ष में सभी राजनीतिक सीमाएं खत्म हो जाती हैं. जो हमको धरती में बांटता है, उसको पीछे करके अंतरिक्ष हमको एकजुट करता है.'