
लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं. मगर पश्चिम बंगाल अब भी सियासी हिंसा में सुलग रहा है. राज्य में खूनी खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार की शाम नॉर्थ 24 परगना के बशीरहाट में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई. इस हिंसा में बीजेपी के दो कार्यकर्ता मारे गए. बीजेपी का एक कार्यकर्ता गायब है, जबकि टीएमसी के एक कार्यकर्ता के मारे जाने की खबर है.
इस हिंसा के बाद बीजेपी ने सोमवार को बसीरहाट में 12 घंटे के बंद का ऐलान किया है जबकि पार्टी पूरे राज्य में 'काला दिवस' मनाएगी. 12 जून को विरोध रैली निकाली जाएगी. 24 उत्तरी परगना के संदेशखली में निजात इलाके के मोहल्ले में भीषण हिंसा हुई. बताया जा रहा है कि संदेशखली इलाके में टीएमसी की रैली थी. रैली के दौरान झंडा उठाने को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई और झड़प जब खत्म हुई तो चारों ओर खून खराबा था. बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं की लाशें पड़ी थीं. एक शख्स गायब था.
हिंसा के बाद अब उत्तरी 24 परगना में जबरदस्त तनाव है. बीजेपी का एक दल रविवार को मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर जाने के लिए निकला, लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने बीजेपी डेलीगेशन को रोक लिया. यहां भी पुलिसकर्मियों से बीजेपी नेताओं की बहसबाजी हुई. मारे गए कार्यकर्ताओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाने के बाद बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में शनिवार रात से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस दस्ता और त्वरित कार्य बल (आरएएफ) के जवानों को तैनात किया गया है.
बहरहाल, राज्य के हालात को देखते हुए गृह मंत्रालय ने भी चिंता जताई है. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को एडवाइजरी जारी की है. वहीं राज्य के राज्यपाल ने स्थिति को लेकर चिंता जताई है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के प्रेस सचिव ने बताया कि राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी संदेशखली की घटना को लेकर चिंतित हैं. राज्यपाल त्रिपाठी नागरिकों के जान-माल के दुर्भाग्यपूर्ण नुकसान पर दुखी हैं. मृतकों के परिवारों के प्रति उन्होंने सहानुभूति जताई है. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
वहीं इंडिया टुडे से बातचीत में बंगाल के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, मैंने बीजेपी चीफ अमित शाह को हिंसा और कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की बात बताई है. उन्होंने कहा, जल्द ही प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री से बंगाल की स्थिति को लेकर बीजेपी नेता मुलाकात करेंगे. जबकि टीएमसी ने गृह मंत्रालय की एडवाइजरी को साजिश करार दिया है.
लोकसभा चुनाव कब का खत्म हो चुका है, लेकिन सियासी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. बीजेपी और टीएमसी हिंसा के लिए एक दूसरे पर दोष मढ़ रही हैं. स्थिति यह हो गई की गृह मंत्रालय को एडवाइजरी जारी करनी पड़ी और राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी कानू्न व्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाले हैं. यानी स्थिति को कतई हल्के में नहीं लिया जा सकता है. सवाल है कि क्या उम्मीद की जानी चाहिए कि राज्यपाल की पहल के बाद राज्य में हिंसा के हालात पर रोक लगेगी.