
पत्रकारों को उनकी विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है, लेकिन तब क्या होगा जब उन्हें लंदन में महंगी कटलरी (कांटे, चम्मच और छुरियां) चुराने का क्रेडिट मिले? कुछ ऐसा ही हुआ एक वरिष्ठ पत्रकार के साथ, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ उनके यूरोप टूर पर गए हैं. ममता बंगाल में निवेश जुटाने के लिए इस समय यूरोप दौरे पर हैं.
देश भर में दीदी के संबोधन से जाने जानी वाली ममता बनर्जी को लंदन में स्पेशल डिनर का निमंत्रण था. इस डिनर में हाई प्रोफाइल ब्यूरोक्रेट्स, उद्योगपतियों के साथ भारत और ब्रिटेन के जाने माने लोग शामिल थे.
सब कुछ हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरों के जरिए मॉनिटर किया जा रहा था, क्योंकि इस कार्यक्रम में खास लोग शामिल हो रहे थे. लेकिन ममता बनर्जी के साथ गए बंगाल के पत्रकारों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा.
डिनर टेबल पर खाने के लिए कई प्रकार के आइटम परोसे गए थे, साथ ही चांदी के चमचमाते कटलरी भी लगे हुए थे, लेकिन कुछ लोग भोजन के बजाय कांटे, चम्मच और छुरियों पर मंत्रमुग्ध हो गए.
दशकों से ममता बनर्जी के विश्वासपात्र रहे इन लोगों के लिए सबकुछ मनमुताबिक रहा, इसी वजह से चांदी के चमचमाते कटलरी को उठाने और बैग में रखने में उनके हाथ नहीं कांपे.
सूत्रों के मुताबिक इस घटनाक्रम से चकित होटल प्रशासन ने इस बारे में कई बार घोषणा की और कहा कि मेहमान कृपया कोई भी सामान गलती से अपने साथ न ले जाएं.
होटल प्रशासन ने जान बूझकर ऐसा कई बार किया और सुनिश्चित किया कि हाई प्रोफाइल मेहमान इस बात का बुरा नहीं मानेंगे अगर उन्हें चेक किया जाता है और वे किसी भी प्रकार दोषी पाए जाते हैं.
होटल प्रशासन के पास सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग थी और आसानी से उस पत्रकार की पहचान कर ली गई.
एक भाषायी अखबार के वरिष्ठ पत्रकार और सीनियर सिटीजन को आखिरकार चम्मच चुराने के लिए 50 डॉलर का जुर्माना देना पड़ा. इसके बाद मुख्यमंत्री सहित पूरी मीडिया बिरादरी वरिष्ठ पत्रकार की हरकत से नाराज हो गई. ममता ने पत्रकार से दूरी बना ली. जुर्माना भरने वाले वरिष्ठ पत्रकार पिछले तीन दशक से बंगाल में रिपोर्ट कर रहे हैं.
मीडिया जगत में कई लोगों का मानना है कि यह एक सबक है कि हर चीज पर हमेशा हक नहीं जताया जा सकता.
बहरहाल ममता बनर्जी का हमेशा से ख्वाब रहा है कि कोलकाता को लंदन की तरह विकसित किया जाये, लेकिन जिस तरह की घटना सामने आई है यह एक डराने सपने जैसा प्रतीत होता है.