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पश्चिम बंगाल का नाम बांग्ला किए जाने को लेकर ममता ने मोदी को लिखा लेटर

पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला किए जाने को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने की मांग की है.

पश्चिम बंगाल का नाम बदलना चाहती हैं सीएम ममता बनर्जी (फाइल फोटो-PTI) पश्चिम बंगाल का नाम बदलना चाहती हैं सीएम ममता बनर्जी (फाइल फोटो-PTI)
मनोज्ञा लोइवाल
  • कोलकाता,
  • 03 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 9:06 PM IST

पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला किए जाने को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने की मांग की है. उन्होंने पीएम मोदी से मांग की कि संसद के मॉनसून सत्र में ही पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला किया जाए.

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उन्होंने पत्र में लिखा कि बंगाल के लोगों की लंबे से ये इच्छा रही है और नाम बदलने को लेकर संविधान के अनुसार काम करना चाहिए.

ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को ये लेटर तब लिखा है जब गृह मंत्रालय की ओर से उनकी ये मांग ठुकरा दी गई थी. बुधवार को एक सवाल का जवाब देते हुए सरकार की ओर से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा था कि राज्य के नाम में परिवर्तन के लिए संवैधानिक संशोधन की जरूरत होती है.

पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने राज्य का नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था. 26 जुलाई 2018 को पश्चिम बंगाल विधानसभा ने राज्य का नाम बांग्ला करने का प्रस्ताव पास किया था. इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय के पास भेजा गया था.

पश्चिम बंगाल का नाम 'बांग्ला' रखने की मांग को नरेंद्र मोदी सरकार ने ठुकरा दिया था. बुधवार को एक सवाल का जवाब देते हुए सरकार की ओर से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि राज्य के नाम में परिवर्तन के लिए संवैधानिक संशोधन की जरूरत होती है.

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पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने राज्य का नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था. 26 जुलाई 2018 को पश्चिम बंगाल विधानसभा ने राज्य का नाम बांग्ला करने का प्रस्ताव पास किया था. इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय के पास भेजा गया था.

 पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, 'नाम बदलने की प्रक्रिया पहली बार साल 2016 में शुरू हुई थी, जब राज्य सरकार ने तीन अलग-अलग भाषाओं में नाम प्रस्तावित किए थे. ये नाम थे- बंगाली में बांग्ला, अंग्रेजी में बंगाल और हिंदी में बंगाल.

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