
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आज शुक्रवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कोरोनरी केयर यूनिट (सीसीयू) में अचानक लग गई. आग लगने से एक मरीज की मौत हो गई. जबकि नौ मरीजों को निजी अस्पताल में शिफ्ट करा दिया गया है.
हालांकि अस्पताल में आग लगने की वजह साफ नहीं हो सकी है.
अस्पतालों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले कुछ महीनों में मुंबई, दिल्ली, जयपुर समेत कई शहरों के अस्पतालों में आग लग चुकी है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हताहत भी हुए.
कब रुकेगा आग का सिलसिला?
जयपुर में 10 मई को सवाई मानसिंह अस्पताल में भीषण आग लगने से एक महिला मरीज की मौत हो गई. वह मस्तिष्क संबंधी विकार की शिकायत की वजह से अस्पताल में भर्ती थीं. उनके परिजनों ने बताया कि मरीज के वार्ड में आग लगने के बाद उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित किया जा रहा था. इस दौरान दम घुटने की वजह से उनकी मौत हो गई. हालांकि आधिकारिक तौर पर मरीज की मौत की पुष्टि नहीं की गई.
जुलाई में भी जयपुर के जेके लोन अस्पताल में आग लग गई थी . अस्पताल के प्रथम तल के आईसीयू वार्ड में एक कमरे में शॉर्ट सर्किट से धमाका हुआ जिसके बाद वहां मौजूद लोगों का दम घुटने लगा. जब आग लगी तो करीब 25 बच्चे उस वार्ड में थे.
अस्पताल के निचले तल पर तड़के करीब तीन बजे के आसपास आग लगी. आग ने अस्पताल के पहले और दूसरे तल को भी जल्द ही अपनी चपेट में ले लिया। सुबह छह बजे आग पर काबू पाया गया. जयपुर के अलावा दिल्ली के AIIMS और मुंबई के अस्पतालों में भी आग लग चुकी है. दिल्ली के AIIMS में अगस्त में आग लग गई थी.