
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा. लोकसभा चुनाव के दौरान शुरू हुआ हिंसक झड़पों का सिलसिला चुनाव परिणाम की घोषणा को एक महीने से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाद भी लगातार जारी है.
प्रदेश के आसनसोल में शनिवार को कथित रूप से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों में झड़प हो गई. तृणमूल ने भाजपा समर्थकों पर हमले का आरोप लगाया है. हालात काबू से बाहर होता देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया. तब जाकर समर्थकों की भीड़ तितर-बितर हुई.
आसनसोल के मेयर और TMC नेता जे तिवारी ने कहा कि वे हमला करने के इरादे से आए थे, लेकिन निगम के गेट को छू भी नहीं सके. उन्होंने स्थानीय सांसद बाबुल सुप्रियो की आलोचना करते हुए उन्हें भाजपा का बंदर बता दिया. तिवारी ने तल्ख लहजे में सुप्रियो को चेतावनी भी दे डाली.
तिवारी ने कहा कि बाबुल सुप्रियो अगर आप भाजपा के बंदर हैं, तो हम आसनसोल में आपके लिए पिंजरा तैयार कर चुके हैं. हम बंदरों को अपने पास रखने की क्षमता रखते हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से तिवारी और बाबुल सुप्रियो आमने-सामने चल रहे हैं. तिवारी ने बाबुल सुप्रियो के नाम से फोन पर धमकाने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पुलिस से शिकायत की थी.
तिवारी ने पुलिस से की गई शिकायत में कहा था कि स्वयं को सांसद बाबुल सुप्रियो बताते हुए एक व्यक्ति ने फोन पर अभद्र भाषा का उपयोग किया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. बता दें लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में दर्जनों झड़पें हो चुकी हैं. इन झड़पों में दोनों ही दलों के दर्जनों कार्यकर्ता जान गंवा चुके हैं.