
अटल बिहारी वाजपेयी हमेशा से अपनी वाकपटुता के लिए जाने जाते रहे. उनकी इस शैली को चरितार्थ करता एक वाक्या याद आता है, जब उन्होंने सोनिया गांधी द्वारा उनकी बात को झूठा कहने पर बड़े ही विनम्रता के साथ पलटवार किया था.
1999 में एक वोट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार गिर गई थी. इसके बाद सोनिया गांधी ने एक चुनावी भाषण में कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी ने झूठ कहा है. अटलजी को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां क्लिक करें
जिसके जवाब में ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर सभा के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने ही अंदाज में सोनिया गांधी पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा, ‘मुझे सोनिया गांधी ने झूठा कहा है, मैं भी जवाब दे सकता हूं लेकिन ग्वालियर के लोगों ने मुझे ऐसे संस्कार नहीं दिए हैं.’ उनकी इस बात के बाद फूलबाग मैदान तालियों की गड़गड़ाहट के साथ-साथ अटल बिहारी वाजपेयी के नाम के नारों से गूंज उठा था.
इस सभा में अटल जी ने दुख भी जताया था कि एक वोट के खिलाफ जाने के कारण सदन में वो बहुमत साबित नहीं कर पाए और 13 महीने बाद उनकी सरकार गिर गई.
दरअसल, 1998 के लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. जिसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में अन्नाद्रमुक के साथ मिलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने केंद्र में सरकार बनाई.लेकिन सरकार बनने के 13 महीने बाद अन्नाद्रमुक ने राजग से अपना समर्थन वापस ले लिया, जिसके बाद सदन में हुए फ्लोर टेस्ट में वाजपेयी बहुमत साबित नहीं कर पाए और एक वोट से सरकार गिर गई. बता दें कि ओडिशा के मुख्यमंत्री गिरधर गमांग ने सरकार के खिलाफ वोट डाला था. इसके लिए वो खासतौर पर दिल्ली आए थे.
अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में गुरुवार शाम को निधन हो गया.