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मई के महीने में देश भर में मौसम करवट लेने जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर भारत में मई की शुरुआत में ही दस्तक देने जा रहा है. इस वेदर सिस्टम की वजह से पश्चिम हिमालय के तमाम इलाकों में मई की शुरुआत से ही बारिश और बर्फबारी का सिलसिला देखा जाएगा.
हिमालय से लगे मैदानी इलाकों में 2 मई से मौसम बदलेगा और यहां पर बादलों की आवाजाही के बीच बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना है. इससे पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर के तमाम इलाकों में मई के पहले हफ्ते में बादलों की आवाजाही के बीच बारिश होने की संभावना है.
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग का कहना है जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों में 2 और 3 मई को झमाझम बारिश की पूरी संभावना है. इन सभी राज्यों के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी संभावना भी मौसम विभाग जता रहा है. खास बात ये है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ 4 और 5 मई को जोरदार बारिश की संभावना भी है.
मैदानी इलाकों के तापमान में आएगी गिरावट
मैदानी इलाकों की बात करें तो पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में 1 मई को धूलभरी आंधियां चलने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 2 मई से लेकर 6 मई तक आंधी-पानी की पूरी संभावना है. इससे पूरे इलाके में तापमान में खासी गिरावट आ जाएगी. मध्य भारत की बात करें तो यहां पर 4 और 5 मई को कई इलाकों में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है. मराठवाड़ा और विदर्भ के सूखाग्रस्त इलाकों में भी 4 और 5 मई को बारिश की संभावना मौसम विभाग जता रहा है.
पूर्वोत्तर भारत में रिमझिम फुहारों की संभावना
पूर्वोत्तर भारत में ज्यादातर जगहों में जोरदार बारिश का दौर 2 मई से लेकर 6 मई तक बना रहेगा. पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग और गांगेड़ क्षेत्रों में 4 मई से लेकर 6 मई तक रिमझिम फुहारें पड़ेंगी.