
बिहार का राज्यपाल बनने से कुछ वक्त पहले रामनाथ कोविंद ने अपने परिवार के साथ 144, नार्थ एवेन्यू में रहना शुरू किया. कोविंद के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा, बहू और बेटी हैं. परिवार में कई और सदस्य भी हैं. वो इंसान तो नहीं हैं, लेकिन कोविंद जी के परिवार के लिए उनकी अहमियत बहुत ज़्यादा है. परिवार के सदस्य की ही तरह हैं वे आधा दर्जन देसी कुत्ते, जो कोविंद जी के घर के बाहर ही रहते हैं. इनके नाम है लिली, कालू, किशमिश, कट्टी वगैरह..वगैरह.
कोविंद जी का परिवार इन देसी कुत्तों का बेहद खयाल रखता है. हर दिन बकायदा वक्त से इन कुत्तों को परिवार के लोग खाना देते हैं. सुबह करीब 2 किलो दूध, दोपहर में रोटी और चिकन वगैरह और रात में भी रोटी-दूध इन कुत्तों को दिया जाता है. अगर इनमें से किसी भी कुत्ते को चोट लग जाए या वह घायल हो जाए तो परिवार उनका इलाज भी करता है. कोविंद जी की बहू जो पेशे से टीचर हैं वह खासतौर पर इन कुत्तों का बहुत ख्याल रखती हैं.
किसी भी कुत्ते को चोट लग जाता है या थोड़ा-सा भी ज़ख्म होता है, तो उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाता है परिवार. कोविंद जी के पड़ोस में रहने वाले एक सांसद के कर्मचारी ने हमें बताया कि एक बार 'कालू' नाम के कुत्ते को चोट लग गयी तो खुद कोविंद जी के बेटे इलाज के लिए उसको अस्पताल ले गए. उसी कर्मचारी ने बताया कि एक बार नगर निगम की गाड़ी लिली को पकड़ कर ले जा रही थी, तो परिवार ने उसको उतरवा कर रोक लिया.
ये कुत्ते भी अपना फर्ज बखूबी निभाते हैं. कोविंद जी के फ्लैट के आस-पास ये वफादारी के साथ चौकीदारी करते हैं और पूरी हिफाज़त करते हैं. खास तौर पर कोई संदिग्ध व्यक्ति आता तो उस पर भौंकने लगते हैं.
अब अगर कोविंद राष्ट्रपति बने तो उनका परिवार राष्ट्रपति भवन शिफ्ट हो जाएगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या परिवार के चहेते कुत्ते भी परिवार के साथ राष्ट्रपति भवन जाएंगे!