
पाकिस्तान की सीमा में घुसकर लड़ाकू विमान F-16 को ढेर करने वाले विंग कमांडर अभिनंदन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है. इस वीडियो में अभिनंदन साथी अफसरों के साथ मस्ती करते नजर आ रहे हैं. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद ये उनका पहला वीडियो है. माना जा रहा है कि ये वीडियो कुछ ही दिन पहले का है. इस वीडियो में अभिनंदन पूरी तरह तंदुरुस्त दिख रहे हैं.
दो मिनट के इस वीडियो में कमांडर अभिनंदन को उनके साथी घेरे नजर आ रहे हैं. एयरफोर्स के ऑफिसर अभिनंदन पहले साथी अफसरों के साथ फोटो खिंचवाते हैं. इसके बाद साथी अफसरों के बीच विंग कमांडर अभिनंदन के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी हुई है. यहां पर खूब मस्ती हो रही है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक ये वीडियो जम्मू-कश्मीर का है.
सेल्फी लेते वक्त सभी ऑफिसर भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं. लगभग 8 से 10 जवान इस वीडियो में उनके साथ मौजूद है. अपने साथी अफसरों के साथ तस्वीरें खिंचवाने के बाद अभिनंदन अपने साथियों से कहते है, "आपने ये जो तस्वीरें मेरे साथ खिंचवाई हैं ये आपके लिए नहीं है...ये आपके परिवार के लिए है, मैं उनसे खुद नहीं मिल पाया...ये फोटोज जब आप उन्हें दिखाइए तो आप उन्हें ऑल द बेस्ट कहिए...मेरे ठीक होने के लिए बहुत लोगों ने दुआएं की थीं. उनमें से आपके परिवार वाले भी थे." इसके बाद तालियां बजाकर उनके साथी ऑफिसर विंग कमांडर अभिनंदन का स्वागत करते हैं.
PAK एयरफोर्स में खौफ फैलाने वाला जांबाज
बता दें कि जब भारत ने पुलवामा हमले के जबाव में 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक किया तो अगले दिन यानी कि 27 फरवरी को पाकिस्तान ने बदला के लिए साजिश रची. पाकिस्तान के फाइटर प्लेन जम्मू-कश्मीर में भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की, लेकिन एयरफोर्स के अलर्ट विमानों ने पाकिस्तान को खदेड़ दिया. इन पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ने में शामिल थे ऑफिसर अभिनंदन. मिग फाइटर प्लेन में सवार अभिनंदन ने पाकिस्तान के एक F-16 फाइटर प्लेन को मार गिराया. इसी दौरान उनका प्लेन हादसे का शिकार हो गया. वे सुरक्षित जमीन पर उतर आए, लेकिन जमीन पाकिस्तान की थी. वहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच जबर्दस्त तनाव हो गया. भारत के दबाव में पाकिस्तान ने 48 घंटों के अंदर कैप्टन अभिनंदन को सकुशल लौटाया. विंग कमांडर अभिनंदन की बहादुरी के लिए वायुसेना ने उन्हें वीर चक्र से सम्मानित करने की सिफारिश की है. युद्ध के समय योगदान के लिए दिए जाने वाले सम्मानों में यह तीसरा सर्वश्रेष्ठ सम्मान है.