
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से जारी गतिरोध गुरुवार को भी बरकरार रहा. नोटबंदी पर विपक्ष के हंगामे से शुरू हुआ बवाल अब अगस्ता वेस्टलैंड डील और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जा अटका है. हंगामे के चलते राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार को नहीं चल सकी और बार-बार बाधित होने के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
संसद में अगस्ता डील से जुड़ी क्रिश्चियन मिशेल की डायरी का मुद्दा उठा. लोकसभा में हंगामे के कारण कार्यवाही नहीं हो सकी. पहले सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई. 12 बजे फिर अगस्ता मामले को लेकर हंगामा शुरू हो गया. फिर लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. इस मामले में आज तक ने खुलासा किया था. बीजेपी के सदस्यों ने इस मुद्दे को लोकसभा और राज्यसभा में उठाया.
अगस्ता मामले पर होनी चाहिए चर्चा: अनंत कुमार
लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि हम लोग शुरू से ही सदन चलाना चाहते हैं चलाना चाहते थे लेकिन विपक्ष बहस से भाग रहा है. कांग्रेस पार्टी जुगाड़ में लगी हुई है. अनंत कुमार ने अगस्ता वेस्टलैंड का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों के नाम आए हैं. अनंत कुमार का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो मुहिम शुरू की है काले धन और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष उस में रुकावट डाल रहा है.
राष्ट्रपति से मिलेंगे विपक्षी नेता
संसद में जारी हंगामे पर 16 विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने राष्ट्रपति से शुक्रवार को मिलने का समय मांगा है. विपक्ष का कहना है कि सत्ता पक्ष सदन नहीं चलने दे रहा है जबकि विपक्ष सदन में बहस करवाना चाहता है. विपक्षी सदस्य संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च कर के राष्ट्रपति के पास अपनी बात रखना चाहते हैं. कुछ दिन पहले राष्ट्रपति ने संसद ना चलने पर चिंता व्यक्त की थी.
वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने हंगामे के बीच कहा कि वह किसानों के मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बहस के लिए तैयार नहीं है, ना सदन चलने देना चाहती है.
बीजेपी ने उठाया आज तक के खुलासे का मुद्दा
इससे पहले संसद पहुंचे केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने मेल टुडे का फ्रंट पेज दिखाते हुए कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड के मुद्दे को लेकर आज तक के हुए खुलासे पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि क्रिश्चियन मिशेल की डायरी का मुद्दा सदन में उठाया जाना चाहिए.
गांधी स्टैच्यू के पास विपक्ष का प्रदर्शन
इससे पहले, नोट बंदी को लेकर तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद भवन में गांधी स्टेच्यू के पास प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. सांसदों ने 'नोट बंदी हटाओ, देश बचाओ' के नारे भी लगाए. तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का कहना था कि मोदी को सदन में आकर सांसदों की बात सुननी चाहिए.
विपक्षी दलों के नेताओं ने सुबह मीटिंग कर संसद में सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार किया. इसके बाद टीएमसी के सांसदों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. टीएमसी सांसद सुदीप बांधोपाध्याय ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. उधर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर भी संसद में बवाल हो सकता है.
फैसला वापस ले सरकार
तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि नोटबंदी को वापस लेना चाहिए. इससे आम आदमी मजदूर और परेशान है. सुदीप बंदोपाध्याय का कहना है कि नोट बंदी को लेकर हमारा आंदोलन पूरे देश में जारी है और जारी रहेगा. सरकार विपक्ष की बात सुनने को तैयार नहीं है.
बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया है कि उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी भ्रष्टाचार की जानकारी है, जिसे उन्हें सदन में रखने नहीं दिया जा रहा है. राहुल ने ये भी कहा कि 'पिछले एक महीने से पूरा विपक्ष लोकसभा में चर्चा करना चाहता है, पर पीएम मोदी और सरकार ऐसा नहीं करने दे रहे.' राहुल ने कहा कि, 'हम बिना शर्त चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन चर्चा से सरकार भाग रही है.'
आपको बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र महज एक दिन और बचा है और शुरुआत से नोटबंदी को लेकर जारी विपक्ष का हंगामा अब भी चालू है. हंगामे के चलते ना तो नोटबंदी पर बहस हो पाई और ना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया. जिसे लेकर विपक्ष आग बबूला है.