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ब्लू टिक Twitter अकाउंट सस्पेंड... महिला की दिल्ली हाई कोर्ट से मांग- केस में एलॉन मस्क को बनाएं पार्टी

एलन मस्क ने हाल ही में twitter की बागडोर संभाली है और अब कोर्ट-कचहरी के मामले भी सामने आने लगे हैं. दिल्ली की एक महिला ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पहले से twitter के खिलाफ चल रहे केस में एलन मस्क को भी पार्टी बनाने की मांग की है.

एलन मस्क (File Photo) एलन मस्क (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:38 AM IST

माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में चल रहे एक केस में अब नए मालिक एलॉन मस्क को भी पार्टी बनाने की मांग की जा रही है. मामला एक महिला के ब्लू टिक (वेरिफाइड) Twitter अकाउंट से जुड़ा है, जिनका नाम डिंपल कौल है. डिंपल की याचिका पर आज जस्टिस यशवंत वर्मा की बेंच में सुनवाई की जानी है.

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दरअसल, डिंपल कौल कहना है कि वह एक Twitter अकाउंट चलाती थीं, जिस पर उनके 2.5 लाख फॉलोअर्स थे. एक दिन अचानक उन्हें सूचना दिए बिना ही उनका अकाउंट माइक्रोब्लॉगिंग कंपनी ने सस्पेंड कर दिया. कंपनी के इस एक्शन के खिलाफ उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की. 31 जनवरी 2022 को उनकी याचिका पर Twitter कंपनी को नोटिस जारी किया गया, जिसमें उनका अकाउंट सस्पेंड करने की कार्रवाई को चुनौती दी गई.

मस्क को पार्टी बनाने की मांग क्यों?

डिंपल की मांग है कि इस मामले में एलॉन मस्क को भी नोटिस जारी कर उन्हें पार्टी बनाया जाए, क्योंकि अब पूरी तरह एलॉन मस्क Twitter कंपनी के मालिक बन गए हैं. डिंपल ने अपनी याचिका में वह पता भी बताया है, जिस पर कोर्ट एलन मस्क को नोटिस जारी कर सकता है. उन्होंने यह भी कहा है कि एलन मस्क के Twitter हैंडल और उनकी मेल आईडी की मदद से भी नोटिस भेजकर उन्हें पार्टी बनाया जा सकता है. अगर डिंपल की मांग मान ली जाती है और मस्क को इस केस में पार्टी बना लिया जाता है तो वह प्रतिवादी नंबर 3 बन जाएंगे.

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याचिका के साथ लगाई ट्वीट्स की प्रति

डिंपल ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि 27 अक्टूबर, 2022 को ट्विटर कंपनी एलन मस्क के निजी हाथों में चली गई. अभी तक न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शेयर का कारोबार भी शुरू नहीं हुआ है. मस्क का 'फ्रीडम ऑफ स्पीच और एक्सप्रेशन' को लेकर अलग रुख है. उनका मानना है कि जब तक किसी का बातें उसके देश के कानून का उल्लंघन नहीं करती हैं, किसी भी व्यक्ति का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड नहीं किया जना चाहिए. डिंपल ने याचिका के साथ अपने हैंडल से किए गए ट्वीट्स भी संलग्न किए हैं.

नहीं किया कोई विवादित ट्वीट

डिंपल कौल ने अपनी याचिका में कहा है कि वह उनके ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कई विषयों से संबंधित शैक्षिक सामग्री पोस्ट करने के लिए करती थीं. इसमें साहित्य, महिला अधिकार, भारतीय संस्कृति, अहिंसा, समानता, राजनीति और इतिहास जैसे विषय शामिल हैं.

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