
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद सरकारों के गठन का सिलसिला लगातार जारी है. अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ले चुके हैं और मंत्रियों के शपथ लेने की बारी है. इसी कड़ी में मोहम्मद अली ने तेलंगाना के गृहमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला. तेलंगाना में एक बार फिर के चंद्रशेखर राव की अगुवाई में टीआरएस की सरकार बनी है. बता दें शपथ ग्रहण के दौरान सिर्फ मोहम्मद अली ही थी, जिन्होंने केसीआर के साथ शपथ ली थी.
मोहम्मद अली, टीआरएस के काफी वरिष्ठ नेता हैं. वह केसीआर के साथ तबसे हैं जब अलग तेलंगाना की मांग हो रही थी. पिछली सरकार में वह राज्य सरकार में वित्त और अल्पसंख्यक मंत्री थे. कहा जा रहा है कि मोहम्मद अली, केसीआर की कैबिनेट में अकेले मुस्लिम चेहरे हो सकते हैं.
आपको बता दें कि तेलंगाना के चुनाव प्रचार के दौरान राजनेताओं में अली और बजरंगबली को लेकर काफी बहस छिड़ी थी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रचार के दौरान टीआरएस और AIMIM पर जमकर हमला बोला था.
ओवैसी और योगी में हुई थी जुबानी जंग
तेलंगाना में असदुद्दीन ओवैसी और योगी आदित्यनाथ के बीच जुबानी जंग चली थी. योगी ने आह्वान किया था कि अगर राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो वह ओवैसी को हैदराबाद से बाहर भेज देंगे. हालांकि, बीजेपी की सरकार बन नहीं सकी.
पांच राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान ही अली और बजरंगबली का मुद्दा शुरू हुआ था. योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि लोगों को तय करना है कि वह अली को चुनना चाहते हैं या बजरंगबली को. तो वहीं ओवैसी ने भी जवाब दिया था कि लोगों को पता है कि हैदराबाद में हैदर चाहते हैं या कुछ और
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर 11 दिसंबर को आए नतीजों में टीआरएस ने प्रचंड जीत दर्ज की थी. टीआरएस को 88, कांग्रेस को 19, AIMIM को 7 और बीजेपी को एक सीट मिली थीं.