
अमरावती को ही आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाए रखने की मांग शुक्रवार को और तेज होने की आशंका के बीच टीडीपी नेता और सांसद केसिनेनी नानी को विजयवाड़ा में हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. वह किसानों और अन्य लोगों के साथ प्रदर्शन करने बाहर न जा सकें, इसलिए पुलिस ने यह कदम उठाया है. इतना ही नहीं राज्य सरकार ने सभी संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है, जिससे एक जगह पर ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सके.
इसके अलावा जगह-जगह पर भारी पुलिस बलों की तैनाती की गई है. वैसे नेता जो इस विरोध प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, उन सभी को आंध्र प्रदेश पुलिस ने नजरबंद कर दिया है.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने इससे पहले मंगलवार को विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के गुंटूर व विजयवाड़ा के दोनों सांसदों सहित पार्टी के अन्य नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया था. तेलुगू देशम पार्टी के गुंटूर से सांसद जयदेव गल्ला को उनके गुंटूर स्थित आवास में नजरबंद किया गया था. पुलिस के इस कदम से तनाव पैदा हो गया. सांसद ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों से बहस की.
टीडीपी जारी रखेगी प्रदर्शन
सांसद ने अपने समर्थकों के साथ घर से बाहर आने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें वापस धकेल कर मुख्य गेट पर ताला लगा दिया. तेलुगू देशम पार्टी के संसदीय दल के नेता जयदेव गल्ला ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि अमरावती के लिए प्रदर्शन जारी रहेगा.
दरअसल, अमरावती को ही राज्य की राजधानी बनाए रखने के लिए पॉलिटिकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्गों को बंद करने का आह्वान किया था.
प्रदर्शन को विफल करने के प्रयास में टीडीपी के सांसदों और अन्य नेताओं को नजरबंद किया गया है. इतना ही नहीं अन्य लोगों को भी प्रदर्शन स्थल की ओर जाने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया.
चंद्रबाबू ने निकाली रैली
वहीं बुधवार को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और पार्टी के अन्य नेताओं को विजयवाड़ा पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया. वे अमरावती को ही आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाए रखने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए एक ‘बस रैली’ निकालने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस ने बताया कि बुधवार रात को हिरासत में लिए नेताओं में नायडू के बेटे लोकेश भी शामिल हैं. उन्हें पुलिस की एक बस में बैठाकर वहां से ले जाया गया. हालांकि इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई, क्योंकि टीडीपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस के कदम का विरोध किया और बस का रास्ता रोक लिया.