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तेलंगाना: केसीआर से ओवैसी तक, जानिए किन दिग्गजों की प्रतिष्ठा है दांव पर

119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा में 2014 के चुनाव में टीआरएस को 90 सीटें मिली थीं. वहीं कांग्रेस को 13, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 7, बीजेपी को 5, टीडीपी को 3 और सीपीएम को 1 सीटें मिली थीं.  इस बार टीआरएस के खिलाफ कांग्रेस-टीडीपी-कांग्रेस-सीपीआई-तेलंगाना जन समिति का गठबंधन 'प्रजाकुटमी' मैदान में है.

के चंद्रशेखर राव, टीआरएस प्रमुख (फाइल फोटो-पीटीआई) के चंद्रशेखर राव, टीआरएस प्रमुख (फाइल फोटो-पीटीआई)
विवेक पाठक
  • नई दिल्ली,
  • 07 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:29 AM IST

तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोर बुधवार को खत्म हो गया. 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा के लिए 7 दिसंबर को मतदान और 11 दिसंबर को नतीजे आएंगे. सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) का मुकाबला कांग्रेस, टीडीपी, सीपीआई और तेलंगाना जन समिति के गठबंधन प्रजाकुटमी यानी जनता के गठबंधन से है. जबकि बीजेपी ने भी इस बार आक्रामक प्रचार किया है.

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चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार 119 सीटों पर 1800 उम्मीदवार मैदान में हैं. राज्य में समय पूर्व विधानसभा भंग करने की सिफारिश करने के बाद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के समक्ष सत्ता में वापसी की चुनौती है तो वहीं विपक्ष का गठबंधन सत्ता पर काबिज होने के लिए एंड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं. राज्य की कुछ सीटे ऐसी हैं जहां दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है.

के. चंद्रशेखर राव: टीआरएस के प्रमुख और तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री केसीआर आंध्र प्रदेश विभाजन के बाद साल 2014 में गजवेल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतते हुए राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. इस बार भी केसीआर इस सीट से दोबारा अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. केसीआर का मुकाबला कांग्रेस के प्रताप रेड्डी खड़े हैं. रेड्डी ने पिछला चुनाव टीडीपी की टिकट से लड़ा था और मात्र 19 हजार वोटों से केसीआर से हार गए थे. तब रेड्डी को 67,000 वोट मिले थे, वहीं केसीआर को 86,000 वोट जबकि कांग्रेस को उम्मीदवार को 34,000 वोट मिले थें. इस बार टीडीपी-कांग्रेस साथ है.

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केटी रामा राव: 42 वर्षीय केटी राम राव टीआरएस प्रमुख केसीआर के बेटे और राज्य में कैबिनेट मंत्री हैं. केटी राम राव सिरसिला सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस से महेंद्र रेड्डी, बीजेपी से मल्लुगरी नरसा गौड़ु इस सीट से मैदान में हैं. बताया जा रहा है कि केटी राम राव का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के महेंद्र रेड्डी से है. पिछले चुनाव में केटी रामा राव को इस सीट से 53000 वोटों से अप्रत्याशित जीत मिली थी.

अकबरुद्दीन ओवैसी: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के फायरब्रांड नेता अकबरुद्दीन ओवैसी लगातार खुद को किंगमेकर बता रहे हैं. ओवैसी हैदराबाद के चंद्रायनगुट्टा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में हैं और 1999 से लगातार इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इस बार इस सीट पर मुकाबला चतुर्कोणीय बताया जा रहा है, जहां बीजेपी से शहजादी सैयद, कांग्रेस से पूर्व मिस्टर यूनीवर्स फाइनलिस्ट ईसा बिन ओबैद मिस्री और टीआरएस ने सीताराम रेड्डी को मैदान में उतारा है.

उत्तम कुमार रेड्डी: तेलंगाना में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता उत्तम कुमार रेड्डी का नाम विपक्ष की तरफ से मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार के तौर पर शुमार है. चार बार से विधायक उत्तम कुमार रेड्डी हुजूरनगर से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने पिछला चुनाव 23, 924 मतों से जीता था.

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रेवंत रेड्डी: तेलंगाना चुनाव में विकाराबाद की कोडंगल सीट वीआईपी निर्वाचन क्षेत्रों में शुमार है, क्योंकि यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार ए रवंत रेड्डी चुनाव लड़ रहे हैं. रेवंत रेड्डी ने हाल ही में टीडीपी को त्यागकर कांग्रेस का दामन थामा है. रेड्डी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं. रेवंत रेड्डी के खिलाफ टीआरएस से नरेंद्र रेड्डी ताल ठोंक रहे हैं, वहीं बीजेपी से नागुराव नामोजी और बीएलएफ के वेंकटेश्वरुलू भी चुनाव मैदान में है.

के लक्ष्मण: तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष के लक्ष्मण एक बार मुशीराबाद सीट से किस्मत आजमा रहे हैं, जहां से वे पिछला चुनाव जीते थें. उन्होंने हैदराबाद में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर लागू करने का वायदा किया है.

 

 

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