
तेलंगाना में वन विभाग के अधिकारियों के साथ बदसलूकी का मामला नहीं थम रहा है. सोमवार रात भी दो वन विभाग के कर्मचारियों पर हमला किया गया. इन कर्मचारियों ने भद्राद्री कोथागुडेम जिले के गुंडललापडु गांव में कुछ लोगों को ट्रैक्टर से जुताई करने से रोक दिया था. इसके बाद लोगों ने कर्मचारियों की पिटाई कर दी. मूलकलापल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है.
पुलिस ने बताया कि मुलकालपल्ली वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में वन सुरक्षा कर्मी गश्ती कर रहे थे. ग्रामीणों द्वारा वन भूमि के अतिक्रमण की रिपोर्ट मिलने के बाद, वन सुरक्षा कर्मी ट्रैक्टरों के साथ वन भूमि की जुताई रोकने के लिए गए थे.
गुंडलापाडु गांव पहुंचकर वन कर्मियों ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया और तीन ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया. लेकिन उनकी कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने विरोध किया और वन कर्मचारियों के साथ मारपीट की. गांव वालों ने दो वन कर्मियों के साथ डंडों से मारा.
इससे पहले, राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिला वन अधिकारी से मारपीट मामले में तेलंगाना के डीजीपी को पत्र लिखा है, और इस संबंध में की गई कार्रवाई की पूरी रिपोर्ट मांगी है. साथ ही तेलंगाना फॉरेस्ट एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को पत्र लिखा है और महिला अधिकारी के साथ हुई मारपीट मामले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
तेलंगाना में सत्तारूढ़ पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी सामने आई थी. टीआरएस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस और महिला वन रक्षकों की बुरी तरह पिटाई कर दी. यह घटना सूबे के कोमाराम भीम आसिफाबाद जिले के सिरपुर कागजनगर इलाके की है. आरोप है कि हमलावरों का नेतृत्व टीआरएस के विधायक कोनेरु कोनप्पा के भाई कृष्णा कर रहे थे. कृष्णा के नेतृत्व में टीआरएस कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया.
इस घटना के बाद टीआरएस नेता समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया. हमले में महिला फॉरेस्ट अफसर अनीता को चोटें आईं. यह घटना उस वक्त हुई, जब दस फॉरेस्ट टीमें वृक्षारोपण अभियान चला रही थीं. तभी कृष्णा अपने समर्थकों के साथ आए और फॉरेस्ट टीम पर बांस और लाठियों से हमला कर दिए.