उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बिजली समस्या को लेकर बुनकरों की हुई एक बैठक में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शरीक होने पहुंचे. मदरसे के एक हॉल में हुई बैठक 300-400 बुनकरों और कांग्रेसियों की भीड़ जमा हो गई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ीं.
(रिपोर्ट: रौशन जायसवाल)
मामला वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के पीलीकोठी इलाके का है, यहां स्थित मदरसा मजहरूल उलूम में बैठक हुई है. दरअसल बिजली के फ्लैट रेट की वापसी की मांग को लेकर वाराणसी के बुनकर अपने लाखों पावर लूम को 1 सितंबर से अनिश्चिकाल के लिए बंद करने जा रहे हैं. बुनकरों के इस फैसले को समर्थन देने यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कांग्रेस के दर्जनों स्थानीय नेताओं के साथ पहुंचे थे.
इस दौरान मदरसे में 300-400 की संख्या में बुनकर और कांग्रेसी जुटे थे. बैठक के दौरान न तो सोशल डिस्टेंस का पालन किया गया और न ही लोगों ने मास्क लगाना उचित समझा. इस बारे में पूछे जाने पर बैठक का आयोजन करने वाले बुनकर बिरादराना तंजीम चौदौहों के प्रतिनिधि इशरत उस्मानी ने कार्यक्रम की परमिशन और भीड़ के बारे में बताया कि संविधान में हमें अपनी बात को रखने का अधिकार दिया है. हमारे लिए कोरोना के प्रोटोकॉल से बढ़कर जरूरी है कि हम अपने अस्तित्व को कैसे बचाएं.
बुनकरों के साथ बैठक करने के बाद यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यूपी सरकार चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लघु उद्योग बंद कराने पर अमादा है. सरकार धीरे धीरे इनकी उपेक्षा कर रही है. यूपी सरकार ने नए शासनादेश के मुताबिक फ्लैट रेट पर बुनकरों को बिजली को बंद करने का निर्णय लिया है. कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है. बुनकरों की लड़ाई को कांग्रेस पार्टी सड़क और सदन दोनों ही जगहों पर लड़ेगी.
वहीं वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने बुनकरों और कांग्रेसियों की बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के दिशा-निर्देशों की उड़ी धज्जियों का मामला संज्ञान में ले लिया है और एफआईआर लिखने का आदेश भी दे दिया है.