
उत्तर प्रदेश में मानसून की बारिश आफत बन गई है. जमकर बरस रहे बादलों ने गांव और शहर के निचले इलाकों को टापू में तब्दील कर दिया है. नदी, नाले और नालियों में पानी भर गया है. लगातार हो रही भारी बारिश के चलते गंगा, घागरा, खुशी, सरयू, गंडक और शारदा नदियां पूरे उफान पर है. आफत की बारिश ने 15 लोगों की जान ले ली है और 50 से ज्यादा घायल हुए हैं.
बाराबंकी में घागरा खत्री के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. गोंडा, सीतापुर और बहराइच में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. अलीगढ़ में कच्चे मकान के गिरने से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए. मुजफ्फरनगर और बिजनौर में दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई. मथुरा में पिछले 30 घंटे से हो रही बारिश के चलते लगभग 30 लाख की आबादी पानी में फंस गई है, जबकि समूचा फिरोजाबाद शहर जलमग्न हो गया है.
दीवार गिरने से 3 की मौत
वहीं एटा में सरकारी दफ्तरों में पानी घुस गया है और मकान का छज्जा गिरने से एक महिला की मौत हो गई. मुरादाबाद और अमरोहा भी जलभराव से ग्रस्त हैं. अमरोहा में दीवार गिरने से 3 लोग घायल हो गए और एक की मौत हो गई. लखनऊ में शनिवार से शुरू हुई बारिश रविवार तक होती रही. बुंदेलखंड और मध्य यूपी के सभी जिलों में रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
उत्तराखंड में 10 की मौत
इसके अलावा उत्तराखंड के टिहरी जिले में रविवार को एक कार पहाड़ी से हुए भूस्खलन की चपेट में आ गई, जिससे उसमें सवार सभी चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. पिछले दो दिनों से उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में लगातार भारी बारिश के कारण अब तक मरने वालों की संख्या 10 हो गई. वहीं, उधमसिंह नगर में भारी बारिश के कारण प्रशासन ने सोमवार को पांचवीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं.