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AAP ने योगी सरकार पर लगाए कुंभ मेले में भ्रष्टाचार के आरोप, CAG रिपोर्ट का दिया हवाला

नियंत्रक एवं लेखा महा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के आधार पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने यूपी की योगी सरकार के खिलाफ साल 2019 में संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. संजय सिंह लगातार भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. 

AAP सांसद संजय सिंंह AAP सांसद संजय सिंंह
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 24 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 12:11 PM IST
  • योगी सरकार पर कुंभ मेले में भ्रष्टाचार के आरोप
  • कुंभ में कूढ़ा उठाने वाली ट्रैक्टर का नंबर स्कूटर का
  • शिक्षा और जल शक्ति मंत्री को भी AAP ने घेरा

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी योगी सरकार को घेरने में जुट गई है. नियंत्रक एवं लेखा महा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के आधार पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने यूपी की योगी सरकार के खिलाफ साल 2019 में संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. संजय सिंह लगातार भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. 

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कुंभ मेले में योगी सरकार पर लगा भ्रष्टाचार के आरोप

AAP के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने सीएजी की रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए लिखा है कि कुंभ मेले के आयोजन के लिए जो 2700 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे, उनमें भारी अनियमितता बरती गई है. सीएजी के ऑडिट में यह पकड़ा गया है कि कुंभ मेले के आयोजन के लिए 32 ट्रैक्टर खरीदे गए, वे सभी कार, मोपेड और स्कूटर के नंबर पर हैं. 

संजय सिंह ने कहा कि यह तो एक छोटा सा उदाहरण है, लेकिन आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि कुंभ के मेले के नाम पर कितना बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. चारा घोटाले से बड़ा है कुंभ में महाघोटाला हुआ है. एक ट्रैक्टर कूड़ा ढोने का खर्च 33.50 लाख रुपये हैं जबकि  मोपेड और मोटर साइकिल से हुई कूड़ा ढुलाई. 

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संजय सिंह ने सीएजी रिपोर्ट को बनाया आधार

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रभु श्री राम का मंदिर हो, चाहे प्रयागराज का कुंभ हो, बीजेपी भ्रष्टाचार का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी से कहना चाहता हूं कि कम से कम धर्म को तो बख्श दो. कभी प्रभु श्री राम के मंदिर के नाम पर चंदा चोरी करते हो तो कभी प्रयागराज के कुंभ मेले के आयोजन के नाम पर भ्रष्टाचार करते हो. उत्तर प्रदेश की जनता देख रही है और समय आने पर जवाब देगी. 

आम आदमी पार्टी ने कुंभ मेले पर लेखा परीक्षा प्रतिवेदन की रिपोर्ट के आधार पर कहा कि नगर विकास विभाग ने कुंभ मेला अधिकारी को 2,743.60 करोड़ रुपये स्वीकृत किया था, जिसके मुकाबले जुलाई, 2019 तक 2,112 करोड़ रुपये खर्च किए गए. इस दौरान उन्होंने रिपोर्ट के हवाले से कई योगी सरकार पर सवाल खड़े हुए हैं. इसमें उन्होंने कूढ़ा उठाने के लिए ट्रैक्टरों के पंजीकरण सहित तमाम मदों में खर्च किए गए पैसों को रखा है. 

जल शक्ति मंत्री पर लगाया भ्रष्ट्रचार के आरोप

संजय सिंह ने पहली बार योगी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए हैं. इससे पहले उन्होंने योगी सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि जल जीवन मिशन के तहत पाइप आपूर्ति में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था ये घोटाले योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी मंत्री की देखरेख एवं निगरानी में हो रहे हैं. जल जीवन मिशन में 30 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है. थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन में हुआ करोड़ों का खेल,हजारों करोड़ की पाइप सप्लाई का ठेका ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया गया. 

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सांसद संजय सिंह ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई और हाई कोर्ट की निगरानी में एसआईटी से कराने की मांग की थी और साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जांच नहीं हुई तो वह लोकायुक्त से इसकी शिकायत करेंगे. इन आरोपों पर मंत्री महेंद्र सिंह ने संजय सिंह के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया और अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया था. 

शिक्षा मंत्री पर जमीन घोटाले का आरोप

योगी सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी पर आम आदमी पार्टी ने ही जमीन घोटाले का आरोप लगाया था. संजय सिंह ने जमीन की रजिस्ट्री के पेपर को सार्वजनिक करते हुए कहा था कि 1.26 करोड़ मूल्य की जमीन को मंत्री ने 20 लाख रुपये में खरीदा है. साथ ही बेसिक शिक्षा मंत्री और उनकी मां द्वारा दो वर्ष में तीन कृषि और एक आवासीय भूमि की खरीद के बैनामे के कागजात जारी किए थे, जिसे उन्होंने मंत्री बनने के बाद खरीदा था.  

संजय सिंह ने बकायदा प्रेस कॉफ्रेंस करके कहा था कि सतीश द्विवेदी ने 16 नवंबर 2019 को 20 लाख में 0.784 हेक्टेयर कृषि भूमि खरीदी, जिसका बाजार मूल्य उस समय 1.26 करोड़ रुपये था. इसी तरह उनकी मां कालिंदी देवी ने दीपा पत्नी अर्जुन के साथ संयुक्त रूप से कमदा लालपुर में 350 वर्ग मीटर की आवासीय भूमि 16 दिसंबर 2019 को 12 लाख रुपये में खरीदी, जिसका बाजार मूल्य उस वक्त 65.45 लाख था. 18 नवंबर 2020 को 0.0362 हेक्टेयर भूमि 20 लाख में खरीदी, जो बाजार मूल्य उस समय 22.01 लाख रुपये था. एक और जमीन जिसका रकबा 0.281 हेक्टेयर था, दो जनवरी 2021 को आठ लाख रुपये में खरीदी जिसका बाजार मूल्य उस समय 23.61 लाख रुपये था. संजय सिंह ने मंत्री की संपत्ति की जांच कराने और उन्हें मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की है.

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राममंदिर जमीन खरीदारी पर घेरा था

आम आदमी पार्टी  के  राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राम मंदिर के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि ट्रस्ट ने 2 करोड़ की जमीन 18.5 करोड़ में खरीदी थी. उनका दावा है कि दोनों लेन-देन 5 मिनट के भीतर किए गए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि श्रीराम  जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय ने करोड़ों रुपये 'चंपत' कर दिए है. राममंदिर ट्रस्ट के जमीन का मामला सियासी तौर पर काफी तूल पकड़ा था, जिसे लेकर चंपत राय और मंदिर ट्रस्ट ने सफाई देनी पड़ी थी. आरएसएस के साथ-साथ योगी और मोदी सरकार ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया था. 

 

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