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अफगानिस्तान के काबुल में फंसे यूपी के मयंक, पिता बोले- उसका फोन रोज आता है, बताता है...

उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले मयंक सिंह काबुल के स्टील प्लांट में फंसे हुए हैं. भारत में मौजूद उनके परिवार वालों ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है. इस बीच मयंक ने बताया है कि प्लांट के मालिक ने उन्हें भारत आने का टिकट देने का वादा किया है.

स्टील प्लांट में नौकरी करते हैं मयंक. स्टील प्लांट में नौकरी करते हैं मयंक.
aajtak.in
  • जौनपुर,
  • 19 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 7:25 PM IST
  • काबुल के स्टील प्लांट में फंसे मयंक
  • परिवार की सरकार से मदद की गुहार
  • मयंक ने बताया, जल्द आएंगे भारत

अफगानिस्तान (Afghanistan) की सत्ता पर एक बार फिर से तालिबान (Taliban) का कब्जा हो गया है. इसके बाद से वहां हालात बेकाबू हो गए हैं. लोग किसी भी तरह अपनी जान बचाने के लिए अफगानिस्तान छोड़ने की कोशिश में जुटे हुए हैं. भारत (India) की ओर से वहां फंसे भारतीयों को लाने की तैयारी शुरू तो हो गई है, लेकिन अब भी बहुत से भारतीय हैं जो वहां फंसे हुए हैं. 

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ऐसे ही एक हैं उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले मंयक सिंह. काबुल के एक स्टील प्लांट में जनरल मैनेजर के पद पर तैनात मयंक सिंह अब तक भारत नहीं आ सके हैं. जौनपुर में उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है. वो मयंक की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. 

वैसे तो मयंक रोज फोन पर अपने घर वालों से बात कर रहे हैं और अपने सुरक्षित होने की जानकारी दे रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद उनके माता-पिता और बच्चों के हलक से खाना नीचे नहीं जा रहा है. रात में सो नहीं पा रहे हैं. उन्हें मयंक की चिंता सताए रहती है.

परिवार को मयंक के लौटने का इंतजार है.

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काबुल की खान स्टील्स लिमिटेड में मयंक ने 2016 में नौकरी शुरू की थी. ये स्टील प्लांट काबुल एयरपोर्ट के पास ही है. मयंक के अलावा 27 और भारतीय भी इस प्लांट में नौकरी करते हैं. पिता सत्य प्रकाश सिंह बताते हैं कि उनका बेटा मयंक नवंबर 2020 में भारत आने वाला था, लेकिन कोरोना के चलते आ नहीं सका. इसके बाद इसी साल जून में भी उसने लौटने की कोशिश की, लेकिन कंपनी वालों ने प्रमोशन देकर रोक लिया. 

मयंक के परिवार में पिता सत्य प्रकाश सिंह, मां प्रेमलता, पत्नी आंचल और एक 17 साल का बेटा है. इनके अलावा छोटे भाई हिमांशु (28) और शशांक (25) और बहन आकांक्षा भी हैं. सभी को मयंक के लौटने का इंतजार है. पिता सत्य प्रकाश सिंह बताते हैं कि मयंक से रोज फोन पर बात हो रही है. वो वहां सुरक्षित है. उसने बताया है कि स्टील प्लांट के मालिक ने 21-22 अगस्त को भारत जाने का फ्लाइट का टिकट देने का भरोसा दिया है. 

चंदौली के सूरज चौहान ने बताया- कंपनी में हालात सामान्य

इसी तरह अफगानिस्तान में फंसे चंदौली के सूरज चौहान ने आज परिजनों से बातचीत की है और कहा कि कंपनी में हालात सामान्य है. कंपनी मालिक ने बाहर के हालात सामान्य होने पर भारत वापस भेजने का वादा किया है.

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चंदौली के मुगलसराय के पास के गांव अमोघपुर के रहने वाले सूरज चौहान भी काबुल की एक स्टील फैक्ट्री में फंसे हुए हैं. चंदौली में सूरज का परिवार बेटे की घर वापसी का इंतजार कर रहा है. इस बीच गुरुवार की सुबह उनके परिवार वालों के लिए थोड़ी राहत भरी खबर लेकर आई. वीडियो कॉल के जरिए सूरज ने अपने घर वालों को बताया कि जहां वह काम करता है, वहां उसकी कंपनी में हालात अब लगभग सामान्य हो गए हैं और कंपनी का मालिक भी उन लोगों के पास आ गया है.

अफगानिस्तान में फंसे बेटे से बात करते चंदौली में रहने वाले पिता

सूरज ने अपने परिजनों को बताया कि कंपनी मालिक ने यह आश्वासन दिया है कि जैसे ही बाहर के हालात ठीक हो जाएंगे. उसके बाद इन लोगों को वह वापस भारत भेज देगा.

दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री और चंदौली के सांसद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने सूरज के पिता बुद्धिराम चौहान से फोन पर बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा भेजा गया भी एक प्रतिनिधिमंडल सूरज के परिजनों से मिला और सूरज चौहान और उनके परिजनों से बातचीत की.

सूरज चौहान और उनके साथियो ने 2 दिन पहले आजतक से संपर्क किया था और अपनी व्यथा सुनाई थी. इसके बाद आजतक ने लगातार सूरज और उनके जैसे अफगानिस्तान में फंसे सैकड़ों लोगों की दास्तान दिखाई. हमेशा की तरह आजतक की खबर का असर एक बार फिर हुआ और एक तरफ जहां सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे भारतीय लोगों को वापस लाने की मुहिम तेज कर दी तो वहीं दूसरी तरफ चंदौली के सूरज चौहान के परिजनों से केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने फोन लाइन पर बातचीत की और हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया.

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परिवार ने आजतक का जताया आभार
यही नहीं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी सूरज चौहान के परिजनों से मिला और हालात की जानकारी ली. सूरज चौहान के परिजनों ने आजतक का आभार व्यक्त किया. पिता बुद्धिराम चौहान ने बताया कि सूरज से हमारी बात हुई है और उन्होंने बताया कि मैं सुरक्षित हूं, किसी बात की परेशानी नहीं है. कंपनी मालिक हमारे साथ है और बोला है कि थोड़ा सा काम है उसको खत्म कर लीजिए, उसके बाद मैं आप लोगों को सुरक्षित आपके घर पहुंचा जाऊंगा.

बुद्धिराम चौहान ने कहा कि आजतक न्यूज चैनल को मैं धन्यवाद देता हूं कि हमारे बेटे को इतना सुरक्षित दिखाए. इसलिए बार-बार मैं उनको धन्यवाद करता हूं. सूरज के भाई ओमकार ने भी आजतक का आभार जताया और कहा कि सूरज से बात हुई है. वह जहां पर हैं वहां हालात ठीक है और बोला कि कंपनी का मालिक साथ में है. बाहर का माहौल थोड़ा गर्म है इसकी वजह से बोला है कि थोड़ा माहौल ठंडा हो जाता है तो उसके बाद उसके बाद आप लोगों को सेफ्टी से छोड़ देंगे. हमारा भाई सुरक्षित है और वहां जो लोग उसके साथ रह रहे हैं वे भी सुरक्षित हैं.

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(रिपोर्टः जौनपुर सेराजकुमार सिंह, चंदौली से उदय गुप्ता)

 

 

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