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PM कैंडिडेट की रेस में अखिलेश यादव भी? फारूक अब्दुल्ला के बयान से बढ़ी सियासी हलचल

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने अखिलेश यादव के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर कहा कि 2024 में तय होगा कि बीजेपी और कांग्रेस के अलावा क्या कोई और बड़ी पार्टी है या नहीं. फारूख अब्दुल्ला ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया. साथ ही अखिलेश यादव से शिष्टाचार मुलाकात भी की.

फारूख अब्दुल्ला ने अखिलेश यादव से लखनऊ में शिष्टाचार मुलाकात की फारूख अब्दुल्ला ने अखिलेश यादव से लखनऊ में शिष्टाचार मुलाकात की
सत्यम मिश्रा
  • लखनऊ,
  • 13 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:25 AM IST

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी हलचल बढ़ने लगी है. वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने इस बात पर प्रतिक्रिया दी की है कि अखिलेश यादव प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल होंगे या नहीं. एक सवाल के जवाब में फारूख अब्दुल्ल्ला ने कहा कि अखिलेश प्रधानमंत्री बन सकते हैं या नहीं, इस पर हम सभी पार्टियां बात कर लेंगे. इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. लेकिन अखिलेश यादव का नाम इस लिस्ट में अचानक शामिल होने से सियासी सरगर्मी बढ़ गई है.

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दरअसल, फारूख अब्दुल्ला शनिवार को लखनऊ आए थे. इस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया. साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से शिष्टाचार मुलाकात भी की. 

लखनऊ में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 2024 में तय होगा कि बीजेपी और कांग्रेस के अलावा क्या कोई और बड़ी पार्टी है या नहीं. हमें इसके लिए 2024 का इंतजार करना होगा. अभी मैं कुछ नहीं कह सकता. फारूक अब्दुल्ला लखनऊ में आयोजित इंडियन मुस्लिम फॉर सिविल राइट्स की गोष्ठी में भाग लेने आए थे. इसी दौरान उन्होंने अखिलेश यादव से करीब 1 घंटे तक मुलाकात की. 

इस दौरान फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि मुलायम सिंह यादव हमारे बेहद करीबी थे, हम एक-दूसरे को कई साल से जानते थे. मुलायम सिंह को प्रधानमंत्री बनाने के लिए मैंने बहुत कोशिश की थी. लेकिन वह भारत के प्राइम मिनिस्टर नहीं बन पाए थे. अब्दुल्ला ने कहा कि मुलायम सिंह और वह पार्लियामेंट में एकसाथ बैठते थे. 

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वहीं, सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और फारूक अब्दुल्ला के बीच शिष्टाचार भेंट हुई है. इस दौरान कश्मीर के जो हालात हैं, उस पर भी चर्चा हुई कि कैसे कश्मीर की दुखी जनता के हालात को ठीक किया जाए. 

किरणमय नंदा ने कहा कि थर्ड फ्रंट को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है. हम लोगों का सिर्फ इतना मकसद है कि किस तरीके से उत्तर प्रदेश में भाजपा को रोका जाए. क्योंकि अखिलेश यादव ही देश को बचा सकते हैं. ऐसे में हम लोग 2024 में ज्यादा से ज्यादा सीटें लेकर आएंगे, ताकि हिंदुस्तान में भाजपा की सरकार ना बन सके.

किरणमय ने मैनपुरी सीट पर बात करते हुए कहा कि मैनपुरी सीट पर उनकी पार्टी ने दमदार और शानदार प्रत्याशी डिंपल यादव को उतारा है. उन्होंने कहा कि मैनपुरी सीट पर हमसे लड़ने की किसी की हैसियत नहीं है.


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