
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा फैसला लेते हुए आजमगढ़ संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया. अब वह करहल विधानसभा सीट से विधायक बने रहेंगे. उनका कहना कि सपा को संघर्ष का जनादेश मिला है, सदन में रहने का मौका मिला है, सदन से सड़क तक संघर्ष होगा.
अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा, '23 मार्च लोहिया जी को याद करते हुए इकट्ठे हुए हैं, जो सिद्धांत रास्ता लोहिया ने दिखाया उसी रास्ते पर पार्टी चल रही है. सरकार की गलत नीतियों की वजह से डीजल-पेट्रोल लगातार महंगा हो रहा है. आप आकलन करेंगे तो देखेंगे कि तेल कंपनियां को कितना मुनाफा हो रहा है.'
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आरोप लगाया, 'यह सरकार कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है, यह हमें पहले से पता था कि चुनाव खत्म होते ही सरकार महंगाई बढ़ेगी, हमने लोगों के बीच यह बात रखी भी थी.'
चुनाव के नतीजों पर अखिलेश यादव ने कहा, 'सपा को जनता ने संघर्ष का जनादेश दिया है. भाजपा गुंडों का सहारा लेकर लोकतंत्र को खत्म कर रही है, भाजपा लोकतंत्र में बहुमत सिद्ध करने के लिए गुंडई पर उतर आई है, डीएम-एसपी क्या कर रहे थे? खड़ी पुलिस क्या कर रही थी? डीएम-एसपी मिले हुए थे. वह ना मिले होते तो ऐसा नहीं होता.'
मायावती के सवाल पर अखिलेश यादव ने कोई जवाब नहीं दिया और कहा कि सपा को संघर्ष का जनादेश मिला है, सदन में रहने का मौका मिला है, सदन से सड़क तक संघर्ष होगा. आजमगढ़ से अब कौन लड़ेगा चुनाव के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि आजमगढ़ के कार्यकर्ताओं नेताओं से बात हुई थी, जो फैसला बोलेंगे वही समाजवादी पार्टी करेगी.