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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की VC की नींद में अजान से 'खलल', DM को कार्रवाई के लिए लिखी चिट्ठी

कुलपति ने शिकायत की है कि अजान के कारण नींद बाधित होती है और फिर बाद में नींद नहीं आती है. जिसके कारण पूरे दिन सिर में दर्द रहता है और इसका असर उनके कामकाज पर भी पड़ता है.

अजान को लेकर कुलपति ने लिखी है चिट्ठी (सांकेतिक तस्वीर) अजान को लेकर कुलपति ने लिखी है चिट्ठी (सांकेतिक तस्वीर)
पंकज श्रीवास्तव
  • प्रयागराज,
  • 17 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 10:48 AM IST
  • प्रयागराज में अजान को लेकर विवाद
  • कुलपति ने स्थानीय डीएम को लिखी चिट्ठी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति की एक चिट्ठी सुर्खियां बटोर रही हैं. प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने स्थानीय डीएम को चिट्ठी लिख शिकायत की है कि मस्जिद में होने वाली अजान से उनकी नींद में खलल पड़ता है, ऐसे में इस मामले में कुछ कार्रवाई की जाए.

प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के डीएम को लिखी इस चिट्ठी में कहा है कि रोज सुबह करीब साढ़े पांच बजे मस्जिद में अजान होती है, ऐसे में लाउडस्पीकर की तेज़ आवाज़ उनकी नींद में खलल डालती है.

कुलपति ने शिकायत की है कि अजान के कारण नींद बाधित होती है और फिर बाद में नींद नहीं आती है. जिसके कारण पूरे दिन सिर में दर्द रहता है और इसका असर उनके कामकाज पर भी पड़ता है. बता दें कि ये चिट्ठी इसी महीने तीन मार्च को लिखी गई है.  

हालांकि, कुलपति ने अपनी चिट्ठी में साफ किया है कि वो किसी भी संप्रदाय, जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन एक कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि आपकी स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है, जहां से मेरी नाक शुरू होती है. 

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डीएम को लिखी चिट्ठी में प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने अपील की है कि अजान बिना लाउडस्पीकर के भी हो सकती है, ताकि किसी दूसरे व्यक्ति की दिनचर्या पर उसका असर ना पड़े. उन्होंने कहा कि अभी ईद से पहले सहरी का ऐलान भी सुबह चार बजे ही होगा, ऐसे में इससे भी परेशानी बढ़ सकती है. 

प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने अपने पत्र में लिखा है कि भारत के संविधान में सभी वर्ग के लिए पंथनिरपेक्षता और शांतिपूर्ण सौहार्द की परिकल्पना की गई है, साथ ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश (पीआईएल नंबर- 570 ऑफिस 2020) का हवाला भी दिया है.

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति ने अपनी इस चिट्ठी को डीएम के अलावा कमिश्नर, आईजी और डीआईजी को भी भेजी है. डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है कि कुछ दिनों पहले एक लेटर मिला था, संबंधित अधिकारी को जांच कर वैधानिक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. वहीं, डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने नियमानुसार कार्रवाई की बात कही है. 

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