
अयोध्या में राम मंदिर कार्यशाला की सुरक्षा में इजाफा किया गया है. कार्यशाला के बाहर पहले से ज्यादा पुलिस फोर्स तैनात की गई है. इसके तहत एंट्री गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है. वहीं पूरे परिसर की बाउंड्री वॉल को भी ऊंचा किया जा रहा है. यहां इसका निर्माण कार्य चल रहा है. दरअसल, किसी भी आतंकी घटना की आशंका और खतरे को देखते हुए प्रशासन ने ये इंतजाम किया है.
अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में कई बड़े एलान किए थे. नरेंद्र मोदी ने बताया कि राममंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट का नाम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र होगा. इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने ऐलान किया कि 67.7 एकड़ की अधिग्रहित भूमि भी राममंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को दी जाएगी.
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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे. इनमें 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य होंगे. सरकार ने ट्रस्ट में शामिल होने वाले सदस्यों के नाम फाइनल कर लिए हैं. सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की पैरवी करने वाले सीनियर एडवोकेट केशवन अय्यंगर परासरण ट्रस्ट में होंगे. ट्रस्ट में जगतगुरु शंकराचार्य, जगतगुरु माधवानंद स्वामी, युगपुरुष परमानंद जी महाराज भी सदस्यों में होंगे. इसके अलावा पुणे के गोविंद देव गिरि, अयोध्या के डॉक्टर अनिल मिश्रा, कामेश्वर चौपाल और निर्मोही अखाड़ा के धीरेंद्र दास का नाम भी शामिल है.
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