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स्क्रीन के जरिए पूरे अयोध्या में लोगों को मिलेगा राम मंदिर का दर्शन, टेक्नोलॉजी का ऐसे होगा इस्तेमाल

'इंडिया टुडे/आजतक' के खास कार्यक्रम 'जब वी मेट' में शामिल होते हुए राम मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने मंदिर में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बारे में बताया.

अयोध्या में स्क्रीन के जरिए होंगे दर्शन अयोध्या में स्क्रीन के जरिए होंगे दर्शन
aajtak.in
  • अयोध्या,
  • 22 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 10:56 PM IST
  • अयोध्या में राम मंदिर निर्माण तेज गति से जारी
  • मंदिर दर्शन के लिए लगाई जाएंगी कई स्क्रीन्स

अयोध्या में कई महीने से राम मंदिर का भव्य निर्माण कार्य चल रहा है. कोर्ट में दशकों तक चले विवाद के खत्म होने के बाद राम मंदिर के निर्माण से रामभक्त काफी खुश हैं और जल्द मंदिर का निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद कर रहे हैं. राम मंदिर ट्रस्ट की योजना अयोध्या के रहने वाले सभी लोगों को दर्शन कराने की है. दरअसल, अयोध्या में राम भक्त स्क्रीन के जरिए भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे. 

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'इंडिया टुडे/आजतक' के खास कार्यक्रम 'जब वी मेट' में शामिल होते हुए राम मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने मंदिर में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि तकनीक का ऐसा इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे पूरे शहर भर में लोग एक साथ राम मंदिर के दर्शन कर सकें. उन्होंने कहा, ''राम नवमी के लिए अनुमान लगाया जाता है कि पांच से सात लाख लोग यहां आएंगे. और एक सेकंड में सात लोगों को दर्शन करना होगा. यही चुनौती है कि उन्हें कैसे संतोष होगा कि उन्हें अच्छे दर्शन मिले हैं. इसके लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है.''

शहरवासियों को स्क्रीन के जरिए भी मिलेगा दर्शन
राम मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने बताया, ''पूरे अयोध्या में हम सीसीटीवी की तरह से स्क्रीन पर डिस्प्ले करेंगे. अयोध्या में सभी लोगों को भगवान का दर्शन मिलता रहेगा, जिस वजह से मंदिर में भक्तों की संख्या में कुछ कमी आएगी. वहीं, म्यूजियम भी बनाया जा रहा है, जहां पर भी लोग जा सकेंगे.''

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उन्होंने आगे कहा कि पूरे शहर में 100-150 स्क्रीन होंगी, जिससे लोगों को पता चल जाएगा कि सूर्य की किरणें आ रही हैं और राम मंदिर पर पड़ रही हैं. वहीं, क्या पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ समय-समय पर राम मंदिर निर्माण की रिपोर्ट लेते रहते हैं? इस सवाल पर नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि रिपोर्ट नहीं लेते हैं. उन्होंने कह दिया है कि यह ट्रस्ट का काम है और कोर्ट का फैसला है. हालांकि, उत्सुकता केंद्र और राज्य, दोनों सरकारों में है. 

 

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