
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के पहले ही चारों ओर राम नाम की गूंज होनी शुरू हो जाएगी. इसकी सबसे बड़ी वजह है 'रामायण क्रूज'. हाईटेक रामायण क्रूज जितनी ज्यादा लग्जीरियस होगी, उतनी ही राम भक्ति में डूबी भी. रामायण क्रूज पर सवारी के दौरान राम भक्तों और पर्यटकों को रामचरितमानस की चौपाइयां न केवल सुनाई पड़ेंगी, बल्कि शॉट फिल्म के जरिए उन्हें भव्य दर्शन भी करवाए जाएंगे.
अयोध्या में रामायण क्रूज
जानकारी के लिए बता दें कि अलकनंदा क्रूज की शुरुआत वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2 सितंबर 2018 को फीता काटकर की थी. कहा जा रहा है कि रामायण क्रूज 2022 में अयोध्या की सरयू नदी में राम भक्तों और पर्यटकों के लिए शुरू हो जाएगी. खास बात यह है कि आज ही के दिन 2 सितंबर 2018 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के खिड़किया घाट से अलकनंदा क्रूज का फीता काटकर उद्घाटन किया था. लेकिन कोरोना काल की वजह से पहले और दूसरे वेब में क्रूज सेवा पूरी से प्रभावित हो गई. लेकिन बावजूद इसके कंपनी ने अब अयोध्या में भी अपनी सेवा देना तय किया है.
क्या होगी खासियत?
अलकनंदा क्रूज लाइन प्रा.लि. के निदेशक विकास मालवीय ने आजतक को बताया कि चुकी काशी में गंगा घाट के किनारे काफी धरोहर हैं, लेकिन अयोध्या में सरयू किनारे ऐसा कुछ नहीं है. इसलिए रामायण क्रूज को पूरी तरह से रामचरितमानस की रंग में ढाला गया है. इसमें रामचरितमानस पर आधारित सेल्फी प्वाइंट्स क्रूज पर रहेंगे और रामचरितमानस पर ही आधारित छोटी-छोटी फिल्में भी बना रहें हैं. एक टूर डेढ-दो घंटे का होगा और दिन भर में दो बार चलाया जाएगा.
कितने रुपये देने पड़ेंगे?
उन्होंने आगे बताया कि सरयू में चलने वाला रामायण क्रूज वाराणसी के अलकनंदा से बड़ा और 100 लोगों के बैठने के लिए होगा और सुविधा भी उसमें बनारस से ज्यादा रहेंगी. वाराणसी में अभी अलकनंदा क्रूज सुबह और शाम को गंगा में चल रही है. प्रति व्यक्ति 900 रूपया इसका दर है, लेकिन अभी सुबह के वक्त यह 750 रूपए कर दिया गया है. 15 जुलाई को वाराणसी में और तीन क्रूज वैसेल का लोकार्पण पीएम मोदी के हाथों हुआ है. उनका भी संचालन शुरू हो चुका है.