
अयोध्या में राम मंदिर परिसर की सुरक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. इस बैठक में इलाके के आईजी, एडीजी और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
अयोध्या में राम मंदिर का परिसर ऐसा है कि आसपास के बने घरों की छत से पूरा परिसर दिखता है. ये ऐसी जगह है जो अयोध्या प्रशासन के लिए चिंता पैदा कर रहा है. प्रशासन की चिंता इस बात को लेकर है कि यहां पर सुरक्षा का क्या इंतजाम किया जाए, ताकि भविष्य में अयोध्या परिसर में किसी तरह की अनहोनी न हो.
बता दें कि राम मंदिर पर निर्णय आने और भूमिपूजन से पहले कई बार धमकियां आ चुकी हैं. प्रशासन इसे लेकर गंभीर है.
इस मीटिंग में सुरक्षा के नए मानक और नये नियमों पर चर्चा हुई. इसी के हिसाब से इन इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस की तैनाती की जाएगी, ताकि किसी भी तरह की आपराधिक घटना ना हो सके.
ये अहम बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूमिपूजन में आने से पहले होनी थी, लेकिन तब ऐसा नहीं हो पाया था. अब जब मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई शुरू हो गई है तो सुरक्षा चिंता को लेकर मीटिंग बुलाई गई है.
आज से नींव की खुदाई
बता दें कि मंगलवार 8 सितंबर से अयोध्या में रामलला के मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई शुरू हो गई. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के मुताबिक, भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा भी इस अवसर पर अयोध्या में जन्मभूमि परिसर में ही मौजूद रहे.