
आज से ठीक दो साल पहले यानी 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के साथ ही शिलान्यास किया था. राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है. जानकारी के मुताबिक गर्भ गृह पर तराशे गए पत्थरों से बन रहा परिक्रमा पथ का काम 30 फीसदी तक पूरा हो चुका है. जबकि स्वरूप मंदिर के चबूतरे को इसी महीने में पूरा कर लिया जाएगा. रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को भी मंदिर निर्माण का स्वरूप दिखाई देने लगा है. बताया जा रहा है कि जनवरी 2024 तक राम लला अपने गर्भग्रह में विराजमान हो जाएंगे.
मंदिर निर्माण में प्लिंथ निर्माण का काम 3 चौथाई पूरा हो गया है. एक माह के अंदर प्लिंथ का निर्माण का काम पूरा हो जाएगा. राममंदिर की पहली मंजिल का निर्माण जून महीने से शुरू हो गया था. पहली मंजिल पर ही गर्भगृह का निर्माण होना है. अभी इसकी चौथी लेयर का निर्माण चल रहा है. गर्भगृह के परिक्रमा क्षेत्र का निर्माण पूरा होने के बाद गर्भगृह की कोठरी का निर्माण शुरू होगा.
ग्रेनाइट पत्थरों से तैयार होगा 21 फुट ऊंचा चबूतरा
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षत्र के ट्रस्ट के अनिल मिश्र ने कहा था कि राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए चबूतरा तैयार करने का कार्य चल रहा है. करीब 21 फुट ऊंचा यह चबूतरा ग्रेनाइट पत्थरों से तैयार किया जा रहा है जिसमें 17000 पत्थर लगाए जाएंगे. इसमें से करीब 5000 पत्थर अब तक लगाए जा चुके हैं.
प्रथम तल का निर्माण 2023 तक पूरा हो जाएगा
अगस्त के अंत तक प्लिंथ के 350 गुणे 250 क्षेत्र पर ग्रेनाइट पत्थरों को लगाने का काम पूरा हो जाएगा. उसके पूरे बेस पर मुख्य मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य 2023 तक पूरा हो जाएगा.
2025 तक निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना
इसी के साथ अयोध्या का बहु प्रतीक्षित श्रीराम मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया जाएगा. मंदिर की दो अन्य मंजिल का निर्माण कार्य चलता रहेगा. मंदिर निर्माण का कार्य योजना के मुताबिक चलता रहा तो साल 2025 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा.
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