
UP News: बहराइच जिले में मदरसों का सर्वे पूरा किया जा चुका है. सर्वे के दौरान मदरसों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जो आंकड़े सामने आए हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं. बहराइच में चल रहे कुल मदरसों में 62 फीसदी मदरसे गैर मान्यता प्राप्त हैं, जिनकी जानकारी अब तक जिले के अल्पसंख्यक विभाग को नहीं थी. मदरसों के संचालकों ने भी कभी कोई जानकारी विभाग को नहीं दी. पता हो कि योगी सरकार ने यूपी में मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच करवाई है.
सर्वे के मुताबिक, चौंकाने वाली बात यह है कि लगभग 22 फीसदी गैर मान्यता प्राप्त मदरसे बहराइच के इंडो नेपाल बॉर्डर के आसपास संचालित हैं. बहराइच के जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि जनपद में कुल 792 मदरसे हैं, जिनमें मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या 302 है और 11 मदरसे राज्य सरकार द्वारा अनुदानित हैं.
वहीं, जिले में 491 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त यानी अवैध तरीके से संचालित पाए गए हैं. इसमें सबसे अधिक 107 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे नानपारा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत इंडो नेपाल बार्डर क्षेत्र में हैं.
13 बिंदुओं को लेकर योगी सरकार ने कराई है मदरसों की जांच
योगी सरकार ने यूपी में चल रहे सभी मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की 13 बिंदुओं पर जांच कराई है. सर्वे में बड़ी संख्या में गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं. सर्वे पूरा होने के साथ ही जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है.
रिपोर्ट के अनुसार, नानपारा में 107 मदरसे गैर मान्यता हैं, जबकि सदर बहराइच में 106 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले हैं. वहीं, 105 मदरसे कैसरगंज और 71 मदरसे पयागपुर में अवैध तरीके से चल रहे थे.