
उत्तर प्रदेश के बांदा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां कोर्ट में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की दुर्घटना में मारे जाने का दावा पेश कर क्लेम किया है. कोर्ट में पत्नी पेश होकर बोली- जज साहब! मैं ज़िंदा हूं और कहा कि मेरा पति कोर्ट में मुझे मृत दिखाकर क्लेम का पैसा लेकर मेरी हत्या करना चाहता है.
महिला की ऐसी बात सुनकर जज ने इस पूरे मामले की जांच SP बांदा को सौंपी है. इधर पति रफूचक्कर हो गया. मामला जिले के पैलानी थाना क्षेत्र के निवाईच गांव का है, जहां के रहने वाले दयाराम ने एक इंश्योरेंस कंपनी के खिलाफ अपनी पत्नी सुधा को मृत दिखाकर कोर्ट में क्लेम का केस दायर किया था.
कोर्ट में बहस के दौरान महिला आई और कहा कि मेरी मौत नहीं हुी है, मैं जिंदा हूं, जब मामला गंभीर हो गया तो कोर्ट ने SP को आदेश देते हुए कहा कि इस मामले के प्रत्येक बिंदु पर 15 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करें, यदि महिला का कहना सही है तो दोषी के विरुद्ध विधिक कार्यवाही भी की जाए.
कोर्ट ने SP को यह भी निर्देश दिए कि तब तक महिला को पर्याप्त सुरक्षा भी दी जाए. जिससे कोई व्यवधान न उत्पन्न हो पाए. कोर्ट के सरकारी वकील विजय बहादुर परिहार और अतुल शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि कोर्ट ने SP बांदा को आदेश में कहा कि जिस महिला को मृत दिखाकर याचिका दाखिल की गई है, वह जीवित कही जा रही है.
कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा कि एफआईआर में सुधा देवी को मृतक बताया गया है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी कराया गया, उसके बाद विवेचना रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश हुई, एफआईआर 35/ 2014 धारा 279, 304 A थाना पैलानी में दर्ज है, कोर्ट ने कहा कि जिस महिला की मौत हो चुकी उसके लिए क्लेम का दावा किया गया है, लेकिन महिला जीवित है, मामला बेहद गंभीर है इसलिए सभी बिंदुओं में जांच करना जरूरी है.
इधर महिला ने अपने पिता के साथ कोर्ट में दावा पेश करते हुए कहा कि वह सुमेरपुर हमीरपुर की रहने वाली है, उसकी शादी 1998 में हिन्दू रीति रिवाज से तहसील पैलानी के निवाईच गांव में हुई थी, शादी के बाद से दयाराम दहेज के लिए मारपीट करता था और घर से निकाले जाने पर महिला मायके में रह रही थी. महिला ने कोर्ट में प्रमाण भी दिए.