
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. अबतक 23 लोगों की मौत हो चुकी है. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने एक आरोपी पप्पू जायसवाल को मुठभेड़ के बाद गिफ्तार किया है. पप्पू देशी शराब की दुकान पर विक्रेता था. फिलहाल मुख्य आरोपी फरार है.
बता दें, मंगलवार को बाराबंकी के अलग-अलग गांव के ग्रामीणों ने रामनगर के रानीगंज ठेके से एक सरकारी देशी शराब की दुकान से खरीद कर शराब पी थी. इस जहरीली शराब को पीने से 23 लोगों की मौत हो गई , जबकि तीन दर्जन से अधिक गंभीर हालत में थे. इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी, रामनगर के सीओ, एसएचओ व आबकारी निरीक्षक सहित 15 को निलंबित कर दिया गया है.
मुख्य आरोपी पर रखा गया 20 हजार का इनाम
इसके साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई थी. अभी तक इस मामले में 3 को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मुख्य आरोपी दानवीर सिंह फरार बताया जा रहा है. बहराइच के रहने वाले दानवीर सिंह पर पुलिस ने 20 हजार का इनाम घोषित किया है. उसकी तलाश के लिए टीमें लगाई गई हैं.
राजनीतिक साजिश तो नहीं? जांच टीम गठित
इस पूरे मामले की जांच के लिए अयोध्या के कमिश्नर, आईजी और आयुक्त आबकारी की जांच समिति बनाई गई है. यह समिति 48 घंटे में रिपोर्ट देगी. स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा था कि मामले की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय टीम अन्य पहलुओं के अलावा इस बात की भी जांच करेगी कि कहीं इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं है.
'दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा'
सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी. आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा है कि यह घटना बेहद गंभीर है दोषियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा.