पंडाल से आग की लपटें उठती देख आसपास मौजूद लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी. 15 मिनट के अंदर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गईं और बचाव कार्य शुरू कर दिया. पुलिस-प्रशासन ने लोगों को रेस्क्यू करना शुरू किया. एंबुलेंस बुलाई गई और लोगों को अस्पताल पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ.
रेस्क्यू ऑपरेशन कुछ देर तक चलने के बाद 64 लोगों के झुलसने की बात सामने आई. 42 को वाराणसी रेफर किया गया. इनमें से 10 लोगों को बीएचयू के सुपर स्पेशिएलिटी बर्न इमरजेंसी, 14 को बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर और 3 को आईसीयू में भर्ती कराया गया.
झुलसने वाले 10 लोगों को वारामसी के मंडलीय अस्पताल और 5 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. चार लोगों को प्रयागराज ले जाया गया. 18 लोगों का इलाज औराई में चल रहा है.
इस हादसे में जिन 5 लोगों की मौत हुई है. उनमें 8 साल का बच्चा हर्षवर्धन, जेठूपुर का 10 साल का बच्चा नवीन, 12 साल का बच्चा अंकुश, 48 साल की महिला आरती देवी और पुरुषोत्तमपुर गांव की 45 साल की महिला जया देवी शामिल हैं. फिलहाल आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं हुए हैं, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि इसकी वजह शॉर्ट सर्किट हो सकती है.