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जेल में भीम आर्मी के 'रावण' की भूख हड़ताल, दलितों के केस वापस लेने की मांग

इस भूख हड़ताल का आह्वान भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण ने किया है, जो कि फिलहाल सहारनपुर की जेल में बंद हैं.

भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण
जावेद अख़्तर/शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 07 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 1:53 PM IST

अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एसएसी-एसटी एक्ट) कानून में बदलाव के खिलाफ दलितों के विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर हिंसा हुई. देश के पांच राज्यों में तांडव मचा, जिसमें आधिकारिक तौर पर 8 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए.

हिंसा के बाद पुलिस ने बड़ी तादाद में मुकदमे दर्ज किए हैं. अब ऐसे मुकदमों के विरोध में सहारनपुर की जेल में बंद दलित कैदियों ने भूख हड़ताल कर केस वापसी की मांग की है.

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इस भूख हड़ताल का आह्वान भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण ने किया है, जो कि फिलहाल सहारनपुर की जेल में बंद हैं. चंद्रशेखर ने हिंसा के आरोप में दलितों के खिलाफ हुए मुकदमे वापस लेने की मांग करते हुए भूख हड़ताल करने का फैसला किया है.

केस वापस न होने तक भूख हड़ताल

भीम आर्मी चीफ के साथ जेल में बंद बाकी कार्यकर्ता भी हड़ताल में शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि दलितों पर हुए केस वापस लिए जाने तक ये भूख हड़ताल जारी रहेगी.

कई राज्यों में हुई थी हिंसा

बता दें सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में एससी-एसटी एक्ट में कुछ बदलाव का आदेश दिया था. जिसके बाद दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद बुलाया था. इस बंद के दौरान विरोध ने हिंसा का रूप ले लिया था. जिसमें सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के साथ पुलिस पर भी हमला किया गया था. इस दौरान पुलिस की फायरिंग में कई लोगों की मौत हुई थी और बड़ी संख्या में घायल हो गए थे. पुलिस ने अगले दिन से हिंसा फैलाने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं. जिनकी वापसी के लिए अब भीम सेना चीफ ने अपने साथियों के साथ मिलकर सहारनपुर की जेल में रहते हुए भूख हड़ताल करने का फैसला किया है.

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