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यूपी में दादरी, मथुरा और राम मंदिर के मुद्दे पर अखिलेश सरकार को घेरेगी बीजेपी

बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की 12-13 जून को होने वाली बैठक का एजेंडा अभी से तय करना शुरू कर दिया है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उमा भारती और योगी आदित्यनाथ जैसे बहुत से पार्टी नेताओं ने दादरी कांड, मथुरा की घटना और राम मंदिर जैसे मुद्दे पर पूरी तरीके से राजनीति गरमानी शुरू कर दी है.

पीएम मोदी और अमित शाह ने माहौल बनाने में पूरी ताकत लगा दी है पीएम मोदी और अमित शाह ने माहौल बनाने में पूरी ताकत लगा दी है
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 08 जून 2016,
  • अपडेटेड 3:42 AM IST

बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की 12-13 जून को होने वाली बैठक का एजेंडा अभी से तय करना शुरू कर दिया है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उमा भारती और योगी आदित्यनाथ जैसे बहुत से पार्टी नेताओं ने दादरी कांड, मथुरा की घटना और राम मंदिर जैसे मुद्दे पर पूरी तरीके से राजनीति गरमानी शुरू कर दी है.

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मथुरा हिंसा पर सपा को घेरेगी बीजेपी
पार्टी के तमाम नेता मथुरा की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी सरकार और उनके नेताओं को घेरने में लग गए हैं. पार्टी ने मथुरा की घटना के जरिए पूरे प्रदेश में अखिलेश सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. बीजेपी की कोशिश यही है कि प्रदेश में लोगों तक यह मैसेज पहुंचाए कि किस तरीके से समाजवादी पार्टी की सरकार ने रामवृक्ष यादव जैसे बहुत से लोग प्रदेश भर में पाल रखे हैं.

दादरी कांड को लेकर अखिलेश की नीयत पर सवाल
बीजेपी यूपी के लोगों को बताना चाहती है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है. उधर दादरी बीफ कांड को भी पार्टी के नेता पूरी तरीके से राजनीतिक रंग देने में लगे हैं. योगी आदित्यनाथ जैसे नेता भी ये मांग कर रहे हैं कि लैब की रिपोर्ट के बाद अखलाक के परिवार वालों के खिलाफ मामला दर्ज हो और उनकी सारी सुविधाएं वापस हो. इस घटना को लेकर सभी अखिलेश सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं.

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राम मंदिर का मुद्दा भी फिर चर्चा में
राम मंदिर के मुद्दे को लेकर बीजेपी बेशक यही कह रही है कि ये चुनावी मुद्दा नहीं है, मगर उनके नेता इस बात को जोर-शोर से उठा रहे हैं कि भव्य राम मंदिर का निर्माण होना ही चाहिए. यूपी का चुनाव सिर पर है और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी इसीको देखते हुए इलाहाबाद में की गई है, ताकि पूरे प्रदेश में पार्टी एक माहौल बना सके.

कार्यकारिणी बैठक के बाद होगी पीएम मोदी की रैली
मोदी भी कार्यकारिणी की बैठक के बाद एक रैली कर चुनावी लिहाज से एक संदेश देने की कोशिश करेंगे. बीजेपी की रणनीति साफ है कि वह मथुरा की घटना हो, दादरी कांड हो या फिर राम मंदिर जैसे मुद्दे को उठाकर प्रदेश की राजनीति गरमाए रखना है. बीजेपी का पूरा फोकस चुनावी है, इसलिए पीएम मोदी और शाह ने अपनी पूरी ताकत माहौल बनाने में लगा दी है.

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