
बदायूं में सहसवान विधानसभा क्षेत्र में आयोजित क्षत्रिय सम्मेलन के दौरान बीजेपी के एक जिला पंचायत सदस्य ने जूता महिमा का बढ़-चढ़कर बखान किया. उन्होंने मंच पर खड़े होकर खुलेआम थाने और कोतवाली में तैनात अधिकारियों को जूते से कंट्रोल में करने की बात कही.
जिला पंचायत सदस्य का यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. बदायूं जिले की अहमद नगर असौली सीट से जिला पंचायत सदस्य राजेश सिंह उर्फ "झंडू भइया" वैसे तो विवादों में घिरे रहने वाले चेहरे हैं और अपनी बेकाबू जुबान के लिए मशहूर हैं. इस बार उन्होंने सहसवान में आयोजित क्षत्रिय सम्मेलन में जूता महिमा का ऐसा बखान किया कि लोग दंग रह गए.
उन्होंने कहा कि वैसे तो लोकतंत्र बड़ी चीज है और देश में लोकतंत्र और प्रजातंत्र का बोलबाला है. लेकिन बोलबाला उसी का होता है जिसके जूते में दम होता है. सरकार उसकी चलती है जिसके जूते में दम होता है. कोतवाली थाने में उसी की चलती है जिसके जूते में दम होता है.
उन्होंने जिले की कछला नगर पंचायत चेयरमैन को महागुंडा बताते हुए कहा कि उनके पास पांच वोट हैं लेकिन जूते के दम पर चेयरमैन हैं. उन्होंने खुद को भी जूते के दम पर जीता हुआ बताया.
बड़बोले झंडू भैया ने पूरी ठाकुर बिरादरी को ही नसीहत दे डाली कि एक दूसरे से गद्दारी मत करो. जोश में यहां तक बोल गए कि अगर मेरे बाप का मर्डर करोगे, मेरी बहन को भगाओगे, खेत की मेड काटोगे और सोचोगे कि फूल बरसेंगे तो हम फूल नहीं बरसाएंगे.
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समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक/ जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार गुंडों की सरकार है. उसे ना जनता की फिक्र है ना अधिकारियों की. न वे जनता की इज्जत करना जानते हैं ना किसी अन्य की. गुंडागर्दी के अलावा कोई भी चीज उनके पास नहीं है. उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी के सहारे दोबारा इनकी सरकार नहीं बन सकती. 2022 में अखिलेश यादव की सरकार बनेगी.
उन्होंने कहा कि मैंने हाउस में मुख्यमंत्री योगी जी की भाषा सुनी है. जैसी भाषा सूबे का मुखिया बोलेगा उनका कार्यकर्ता भी वैसे ही भाषा बोलेगा. सीएम योगी सदन में जिस प्रकार की असंवैधानिक भाषा का प्रयोग करते हैं उनके कार्यकर्ता भी वैसी ही भाषा बोलते हैं.