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कानपुर में बीजेपी नेता गिरफ्तार, पैगंबर मोहम्मद पर विवादित पोस्ट करने का आरोप

कानपुर के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि हर्षित ने पोस्ट के जरिए गलत टिप्पणी की थी, इसलिए उसको गिरफ्तार किया गया है.

आरोपी हर्षित श्रीवास्तव ने ट्वीट के जरिए विवादित पोस्ट किया था. आरोपी हर्षित श्रीवास्तव ने ट्वीट के जरिए विवादित पोस्ट किया था.
रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 07 जून 2022,
  • अपडेटेड 7:37 AM IST
  • बीजेपी युवा मोर्चा का मंत्री है आरोपी नेता
  • पुलिस ने कहा- गलत बयानबाजी पर कार्रवाई करेंगे

बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर टिप्पणियों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक पक्ष खुलकर नूपुर के समर्थन में सोशल मीडिया पर बयानबाजी करने में लगा है तो दूसरा पक्ष मुखर होकर विरोध कर रहा है. मामले में कानपुर पुलिस चौकन्नी देखी जा रही है. गलत बयानबाजी करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है. मंगलवार को पुलिस ने एक बीजेपी नेता को अरेस्ट किया है. आरोप है कि उसने पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट किया था. 

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कर्नलगंज पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम हर्षित श्रीवास्तव है और वह बीजेपी के फ्रंटल संगठन युवा मोर्चा में मंत्री है. मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. हर्षित के बारे में बताया गया कि वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सदस्य भी रहा है. 

कानपुर के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि हर्षित ने पोस्ट के जरिए गलत टिप्पणी की थी, इसलिए उसको गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि किसी को सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की छूट नहीं मिलेगी. ऐसे में मामलों में तत्काल कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि मई के आखिरी सप्ताह में नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान दिया था. उनके समर्थन में दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल ने भी ट्वीट किए थे. मामला बढ़ने पर पार्टी ने नूपुर को सस्पेंड कर दिया. जबकि जिंदल को 6 साल के लिए बाहर कर दिया है. दोनों नेताओं के समर्थन में सोशल मीडिया पर बयानबाजी का दौर चल रहा है. इस बयानबाजी पर कई मुस्लिमों देशों ने भी आपत्ति जताई है.

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वहीं, इस विवाद के बाद बीजेपी ने यूपी में अपने प्रवक्ताओं पर लगाम कसी है. बीजेपी ने अपने प्रवक्ताओं से कानपुर हिंसा और नूपुर शर्मा के मामले पर बयान न देने के लिए कहा है. बीजेपी ने अपने प्रवक्ताओं से कहा है कि वे संवेदनशील मामले पर बोलते समय ध्यान रखें कि किसी धर्म का अपमान न हो.

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