
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक मरीज के इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया है. नाम के कंफ्यूजन में डॉक्टरों ने बुखार के मरीज का ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद उस व्यक्ति की हालत बिगड़ने लगी. बुखार के बाद हालत बिगड़ने के बाद उस व्यक्ति की मौत हो गई. बुखार के मरीज की ऑपरेशन से मौत के बाद जब हंगामा बरपा, स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्शन में आ गई.
स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आनन-फानन में हॉस्पिटल को सीज कर भर्ती मरीजों को अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया और हॉस्पिटल को सीज कर दिया. मृतक के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा कायम कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है. पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. इस दौरान हॉस्पिटल के डॉक्टर, स्टाफ नदारद रहा.
जानकारी के मुताबिक नरसेना थाना क्षेत्र के गांव किरयारी निवासी 44 साल के यूसुफ को बुखार की शिकायत पर बुलंदशहर जिला मुख्यालय स्थित सुधीर नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. यूसुफ की हालत ठीक थी लेकिन 20 तारीख की रात में चिकित्सकों ने यूसुफ का ऑपरेशन कर दिया. शुरू में बताया गया कि गॉल ब्लाइडर का ऑपरेशन किया गया है. बाद में परिजन आरोप लगाने लगे कि शरीर का कोई अंग निकालने के लिए ऑपरेशन किया गया है. हालांकि, इसके पीछे दो मरीजों के एक ही नाम का भी कारण बताया जा रहा है.
नर्सिंग होम पर 21 अक्टूबर को पूरे दिन नर्सिंग होम पर हंगामा हुआ. हॉस्पिटल से डॉक्टर और अन्य स्टाफ नर्सिंग होम से गायब रहा. देर शाम को परिजनों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से शिकायत की तो महकमा एक्शन में आ गया. पुलिस भी सूचना पाकर मौके पर पहुंच गई. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहले जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे थे. बाद में तुरत-फुरत मौके पर पहुँच हॉस्पिटल को सीज कर दिया और भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया. पुलिस ने भी यूसुफ के पुत्र अकील की तहरीर पर मानव निकाले जाने की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी.