Advertisement

Bundelkhand Expressway: कहीं दरकी सड़क तो कहीं मिट्टी का कटान... ये है हाल-ए-बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे

पहली बरसात के बाद ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर सवाल उठने लगे हैं. एक्सप्रेस-वे के 286.6 किलोमीटर पर एक पुलिया बनाई गई है, जिसके दोनों तरफ बड़ी स्थिति में मिट्टी का कटान हो गया है. मिट्टी कटान कई और जगह हुआ है, जिस वजह से सड़क दरक गई है.

दरक गई बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सड़क दरक गई बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सड़क
अमित तिवारी/अलीम सिद्दीकी
  • इटावा/जालौन,
  • 22 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 3:41 PM IST
  • पहली बारिश के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे कई जगह क्षतिग्रस्त
  • इटावा में सड़क दरकने की तस्वीर आई सामने

उत्तर प्रदेश को पिछले दिनों नए एक्सप्रेस-वे की सौगात मिली थी. इटावा से चित्रकूट तक 294 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस उद्घाटन के महज 5 दिन बाद हुई बारिश ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की कलई खोल दी है. जालौन में सड़क धंस गई तो इटावा में सड़क में दरार पड़ गई है.

Advertisement

दरअसल, पहली बरसात के बाद ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर सवाल उठने लगे हैं. एक्सप्रेस-वे के 286.6 किलोमीटर पर एक पुलिया बनाई गई है, जिसके दोनों तरफ बड़ी स्थिति में मिट्टी का कटान हो गया है. हालांकि इस मिट्टी के कटान की गंभीरता को देखते हुए एक्सप्रेस-वे बनाने वाली कंपनी ने वहां पर कंक्रीट और मिट्टी का मिश्रण डाल दिया.

फिलहाल, कंक्रीट और मिट्टी के मिश्रण से पुलिया की एक दीवाल को ढक दिया गया है. इस प्रकार से छोटे-छोटे कटान जगह-जगह पर कई स्थानों पर देखे जा सकते हैं. अगर काम की प्रगति की बात की जाए तो बरसात होने के कारण से काम की गति थोड़ी धमी हो गई है. वहीं दूसरी ओर 292 किलोमीटर के दूसरी तरफ की एक सड़क बंद दिखाई दी.

उसके दोनों तरफ से रास्ता का डायवर्जन लगा करके उसको बंद रखा गया है, लेकिन सड़क के किनारे पर मिट्टी के कटान के बाद सड़क पर चटकन दिखाई दी. साथ ही साथ वहां पर किनारे से बनाया गया बाउंड्री लाइन के लिए सीमेंट का डिवाइडर भी चटका हुआ और टूटा हुआ दिखाई दिया. 

Advertisement

मूसलाधार बारिश में ही सड़क की कई कमियां एक साथ दिखाई देने लगी है. निर्माण कार्य में लगे स्थानीय मजदूरों के अनुसार, अभी काम पूरा होने में समय लगेगा क्योंकि एंट्री प्वाइंट पर चढ़ने और उतरने वाली सड़कों पर टोल प्लाजा अधूरे हैं. सड़क के दोनों तरफ अभी भी बाउंड्री वॉल अधूरी है.

इससे पहले जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का एक पैच धंस गया था. 195 किलोमीटर पर एक्सप्रेस-वे का एक पैच बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे 24 घंटे के अंदर ठीक करा लिया गया. वाहनों की आवाजवाही फिर से शुरू हो गई. इसके साथ ही UPEIDA ने पानी के लिए स्वीप ड्रेन तैयार कर दिया है.

20 जुलाई की देर रात हुई तेज बारिश से बुंदेलखंड एक्सप्रेस के किनारे मिट्टी की कटान हो गई थी. इस वजह से छिरिया सलेमपुर के पास सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसमें गड्ढे हो गए थे. वहां से निकल रहे राहगीरों ने उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था. इसके बाद कार्यदायी संस्था ने एक्सप्रेस-वे का मरम्मत करा दिया है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement