
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नकारे अधिकारियों पर चाबुक चलाने का सिलसिला जारी है. रविवार को गोरखपुर मंडल की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों के कामकाज पर नाराजगी जाहिर की. इसके बाद उन्होंने सदर महाराजगंज के एसडीएम सत्यम मिश्रा, कुशीनगर के सीएमओ डॉ हरि चरण सिंह, देवरिया के सीएमओ डॉ धीरेंद्र कुमार, महाराजगंज के सीएमओ डॉ क्षमा शंकर पांडे, पडरौना के बिजली विभाग के इंजीनियर हंसराज कौशल और तमकुहीराज के बिजली विभाग के इंजीनियर एएच खान को पद से हटाने का निर्देश दे दिया.
रविवार को सीएम योगी अचानक कुशीनगर जिला अस्पताल पहुंचे गए और वहां पर सुविधाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने अस्पताल में मरीजों का हालचाल जाना. इस बीच योगी के साथ कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद रहे. सीएम योगी ने देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज के सीएमओ और डिप्टी सीएमओ से कामकाज के खराब प्रदर्शन को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा है.
बैठक से पहले अचानक अस्पताल पहुंच गए योगी
अधिकारी सोच रहे थे कि सीएम योगी समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने हेलीकॉप्टर से आएंगे और उतरकर सीधे मंडलीय समीक्षा बैठक के लिए कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल रवाना हो जाएंगे. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. जब अधिकारियों ने सीएम योगी से मीटिंग हाल की ओर जाने को कहा, तो उन्होंने कहा कि वो पहले जिला अस्पताल का निरीक्षण करेंगे.
सीएम योगी योगी अस्पताल में सबसे पहले इमरजेंसी वार्ड पहुंचे और हर मरीज के बेड तक जाकर उनका हालचाल पूछा. उन्होंने जिला अस्पताल में टीम के साथ आईसीयू वार्ड और जेई वार्ड सहित अन्य कई वार्डों का भी निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने जिला अस्पताल के एईएस वार्ड व आईसीयू में भर्ती मासूमों के इलाज की जानकारी ली और बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने का निर्देश दिया.
एईएस वार्ड के दोनों केबिनों में पहुंचकर सीएम योगी ने भर्ती सभी 12 बच्चों के अभिभावकों से इलाज के बारे में जानकारी ली. उन्होंने अस्पताल से मिल रही दवाओं और अन्य सुविधाओं की भी जानकारी ली. उन्होंने यह भी जानकारी ली कि कौन मरीज कब से भर्ती है और हालत में सुधार हो रहा है या नहीं?