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यूपी की शिक्षा व्यवस्था का चेहरा बदल देंगे सीएम योगी के ये 11 निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की रात शिक्षा से जुड़े छह विभागों से मैराथन बैठक ली. बैठक में योगी ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए उसमें आमूलचूल बदलाव का अपना एजेंडा सामने रखा.

योगी ने ली अहम बैठक योगी ने ली अहम बैठक
विजय रावत
  • लखनऊ,
  • 04 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 2:55 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की रात शिक्षा से जुड़े छह विभागों से मैराथन बैठक ली. बैठक में योगी ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए उसमें आमूलचूल बदलाव का अपना एजेंडा सामने रखा. सीएम ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को जो निर्देश दिए वो अगर पूरी तरह अमल में आए तो यूपी की शिक्षा व्यवस्था का बिल्कुल नया चेहरा सामने होगा.

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- नकल करवाने वालों तथा ऐसे केंद्रों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. नकल पर हर हाल में रोक लगाई जाएगी. दागी केंद्रों को चिन्हित कर उन्हें ब्लैक लिस्ट करने के साथ-साथ उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी.

- सरकारी शिक्षकों द्वारा कोचिंग चलाने पर सख्त रवैया. ऐसे शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश.

- विद्यालयों में अधिकतम 200 दिन के अंदर कोर्स पूरा कराने के निर्देश.

- विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति की लगातार मॉनीटरिंग की जाएगी. सभी विद्यालयों में शिक्षकों तथा छात्रों की नियमित उपस्थिति बायोमीट्रिक्स के माध्यम से मॉनीटर की जाएगी. साथ ही विद्यालयों में नियमित पढ़ाई सुनिश्चित की जाएगी.

- परीक्षाओं को 15 दिन में पूरा करके अगले 15 दिन के अंदर उनके परिणाम देने की संभावना तलाशने के भी निर्देश

- उन्होंने उच्च शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा के तहत अगले 100 दिन के अंदर निर्धारित किए गए लक्ष्यों को हर हाल में पूरा करने के निर्देश

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- राज्य स्तर पर सभी विश्वविद्यालयों में एक समान पाठक्रम लागू करते हुए विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के सत्रों को नियमित किया जाएगा. उच्च शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों की कमी को दूर करने के निर्देश.

- निजी स्कूल कॉलेजों द्वारा फीस के संबंध में की जा रही मनमानी वसूली पर रोक लगाने के लिए एक नियमावली बनाने के निर्देश

- बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए समर्थ बनाने के मकसद से रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा कार्यक्रम तथा योग शिक्षा कार्यक्रम को अनिवार्य बनाने के निर्देश.

- आईटीआई संस्थानों में पुराने ट्रेंडों जैसे-रेडियो मैकेनिक आदि को समाप्त करके आधुनिक जरूरतों के अनुरूप नए ट्रेड शुरू करने के निर्देश

- बंदी के स्थिति में पहुंचे निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के संसाधनों का इस्तेमाल व्यावसायिक गतिविधि में करने से रोकने तथा ऐसे निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों को अन्य शैक्षिक संस्थाओं यथा डिप्लोमा, फार्मा, नर्सिंग आदि के कोर्स चलाने के लिए संभावनाएं तलाशने के निर्देश.

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