
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महंत अवेद्यनाथ की 7वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना काल में दुनिया ने यह माना है कि तुलसी और हल्दी से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इस दौरान योगी ने एक अमेरिकी नागरिक से उनकी मुलाकात का किस्सा भी सुनाया.
सीएम योगी ने कहा, कोरोना महामारी के दौरान देखा होगा कि कैसे आयुष काढ़ा, आयुष कवच और आयुर्वेद से जुड़े तमाम नुस्खे जो व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जो रोग से लड़ने की क्षमता पैदा करते हैं, इन सभी को दुनिया ने माना है. योगी ने कहा, पीएम मोदी ने योग और आयुष को दुनिया के कोने कोने तक फैलाने का काम किया.
सुनाया अमेरिकी नागरिक का किस्सा
सीएम योगी ने कहा, ''मुझे हाल ही में एक सज्जन मिले, जो अमेरिका में रहते हैं, मुझसे मिलने आए थे, अपने जेब में छोटा से ड्रॉप रखे थे, जैसे ही उनके लिए पानी आया, उन्होंने दो ड्रॉप डाले, मैंने पूछा कि ये क्या है, उन्होंने बताया कि तुलसी है. मैंने पूछा, अमेरिका से लेकर आए हैं. उन्होंने कहा, हां. उन्होंने बताया कि अमेरिका में इसका प्रचलन बढ़ा है. लोग यह मान रहे हैं कि तुलसी में ताकत है, जो व्यक्ति की रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकता है. देखिए तुलसी का पूजन सनातन धर्म में कौन नहीं करता है.
योगी ने आगे कहा, उन सज्जन ने बताया कि वे न्यूयॉर्क में थे. उन्होंने देखा कि एक जगह लाइन लगी थी. वहां हल्दी का पानी पीने के लिए (दो दो चम्मच) ये लाइन लगी थी. दुनिया में हल्दी के प्रति ये उत्सुकता है. सीएम ने कहा, आज हमारे घर में कौन सा ऐसा भोजन है, जिसमें हल्दी का इस्तेमाल ना करते हों. भारत के संस्कार में ये सब बसा हुआ है. हमने कभी अपनी संस्कृति को समझने का प्रयास ही नहीं किया.
सीएम योगी ने कहा, भारत के संस्कार में सब कुछ निहित है. हमें इसे आगे बढ़ाने और अपने शास्त्र के मर्म को समझने का प्रयास करना चाहिए.