
कोरोना महामारी को लेकर उत्तर प्रदेश में पूरा सिस्टम हाई एलर्ट पर है. कहीं भी कोई लापरवाही न बरत कर पूरी सक्रियता से कार्य का निर्देश है. लेकिन इसी बीच आजमगढ़ में इसी सिस्टम की तब पोल खुल गई जब मंडलीय चिकित्सालय के कोविड टेस्ट सेंटर पर जांच को पहुंचे मंडलायुक्त के सामने ही एक लैब टेक्नीशियन शराब के नशे में दिखाई दिया.
लैब टेक्नीशियन को संदिग्ध हालत में देख जब मंडलायुक्त ने उससे कुछ पूछा तो उसने अजीबोगरीब जवाब दिए. बताया जा रहा है कि उक्त लैब टेक्नीशियन की ड्यूटी अस्पताल में जांच के लिए आए लोगों की टेस्ट की थी.
मंडलायुक्त ने तत्काल उक्त लैब टेक्नीशियन की जांच कराने का आदेश दिया है अगर उसके शरीर में अल्कोहल के अंश पाए जाते हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसके अलावा कमिश्नर ने जब चिकित्सालय उपचार व्यवस्था की जांच की तो वहां कई डॉक्टर और कर्मचारी नदारद मिले. कमिश्नर ने इसकी भी जांच करने का निर्देश दिया. वहीं दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की बात कही. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अस्पताल को जिस भी उपकरण की जरूरत है उसके लिए तत्काल उनको लिखकर दें, वह खुद जिलाधिकारी के पास मौजूद फंड से उसको जारी कराएंगे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में टेस्ट बढ़े, लेकिन कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिल रही है. रविवार को पहली बार 5000 से कम आए मामले आए हैं. मिली जानकारी के अनुसार रिकॉर्ड 3.17 लाख टेस्ट में कोरोना के 4800 मामले मिले हैं. इससे पहले 24 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38,000 के आए थे, तब से आज 34000 की कमी आई है. अब प्रदेश में कुल सक्रिय केस 84800 हैं, जबकि देश में सबसे ज्यादा टेस्टिंग 4.67 करोड़ हुई है.