
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दिशा-निर्देश जारी किया है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 6 जिलों में सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया है. ये जिले हैं- प्रयागराज, लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर और गौतमबुद्ध नगर. हाई कोर्ट ने अगले 30 दिनों तक सघन निगरानी का निर्देश दिया है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भीड़ वाले इलाकों में ड्रोन से 24 घंटे निगरानी और मास्क न पहनने वालों पर कार्रवाई का आदेश दिया. हाई कोर्ट ने कहा कि मास्क पहनने के नियम को अनिवार्य करें. साथ ही खाने-पीने के सामान खुले में न बेचने का आदेश दिया गया. सभी नियम अगले 6 सप्ताह तक लागू रखने के आदेश दिए गए हैं.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई यानी 3 दिसंबर को रिपोर्ट मांगी है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 33 और कोरोना रोगियों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 7,615 हो गई और संक्रमण के 2,274 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,31,050 हो गयी.
राज्य सरकार द्वारा मंगलवार को जारी एक बुलेटिन के मुताबिक 33 और रोगियों की मौत हुई, जिनमें लखनऊ, कानपुर और मेरठ में पांच-पांच, गौतमबुद्ध नगर में तीन, इटावा, फर्रुखाबाद और बागपत में दो-दो रोगियों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नये मामलों में से लखनऊ में 282, गाजियाबाद में 245, मेरठ में 169, गौतमबुद्ध नगर में 152 और वाराणसी में 106 नये मामले सामने आये हैं.
इससे पहले अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 23,928 मामले उपचाराधीन हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 4,99,507 लोग कोविड-19 संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं. प्रदेश में संक्रमणमुक्त होने की दर 94.06 प्रतिशत है.