Advertisement

यूपी परिवहन विभाग ने की 492 वाहनों की जांच, 59 बसें पाई गईं अनफिट

विभाग का दावा है कि 70 बसों का कोई सरकारी रिकॉर्ड नहीं है. 59 बसें अनफिट हैं और 29 के इंश्योरेंस नहीं हैं. कांग्रेस की बसों की लिस्ट में 31 ऑटो, 69 एंबुलेंस और ट्रक जैसे वाहन हैं.

फाइल फोटो (पीटीआई) फाइल फोटो (पीटीआई)
aajtak.in
  • लखनऊ,
  • 20 मई 2020,
  • अपडेटेड 2:23 AM IST
  • कांग्रेस के बस लिस्ट की हुई पड़ताल
  • 70 बसों का कोई सरकारी रिकॉर्ड नहीं

उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों के लिए बस चलाने का मुद्दा ठंडा होते नहीं दिख रहा है. इसे लेकर कांग्रेस और योगी सरकार के बीच खींचतान जारी है. वहीं, यूपी परिवहन विभाग ने कांग्रेस द्वारा भेजी गई बसों की लिस्ट में करीब 492 वाहनों की जांच की है. 

विभाग का दावा है कि 70 बसों का कोई सरकारी रिकॉर्ड नहीं है. 59 बसें अनफिट हैं और 29 के इंश्योरेंस नहीं हैं. कांग्रेस की बसों की लिस्ट में 31 ऑटो, 69 एंबुलेंस और ट्रक जैसे वाहन हैं. 

Advertisement

इस पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने कांग्रेस द्वारा भेजी गई बसों की सूची में से कुछ बसों की संख्या बदल दी है और झूठे आरोप लगा रही है.

बसों की नो-एंट्री के बाद अब कांग्रेस ने बीजेपी पर बसों के नंबर बदलने का आरोप लगाया

बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 16 मई को ट्वीट कर कहा था कि हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई-बहन बिना खाए भूखे-प्यासे पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं. यूपी के हर बॉर्डर पर बहुत मजदूर मौजूद हैं. ऐसे में प्रिंयका ने प्रवासी श्रमिकों के लिए 1000 बसें भेजने के लिए प्रदेश सरकार से अनुमति मांगी थी.

पहले योगी सरकार ने इस मांग को ठुकरा दिया था, लेकिन बाद में स्वीकार कर लिया. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार के प्रशासन ने प्रियंका के कार्यालय से 1000 बसों और चालकों के विवरण की मांग की थी.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement