
राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी की एनआईए के अधिकारी की हत्या के मामले में बिजनौर कोर्ट ने दोषी पाए गए मुनीर और रिहान को फांसी की सजा सुनाई है. बता दें कि एनआईए के डिप्टी एसपी रहे तंजील अहमद और उनकी पत्नी फरजाना की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी.
अब इसी मामले में कोर्ट ने दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है. इतना ही नहीं दोनों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. वहीं इस केस में सबूतों के अभाव में तीन आरोपियों को बरी कर दिया गया है.
दरअसल बिजनौर के सहसपुर में 2 अप्रैल 2016 को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी एनआईए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद और उनकी पत्नी फरजाना की उस समय गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी जब वो अपनी भांजी की शादी से वापस लौट रहे थे.
डिप्टी एसपी की हत्या के बाद राज्य और केंद्र सरकार में हड़कंप मच गया था. इस हत्या को पहले आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या से जोड़कर देखा जा रहा था लेकिन बाद में जब खुलासा हुआ तो मुनीर और रिहान समेत कई आरोपी सामने आए.
एनआईए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद की हत्या उनके पड़ोस में रहने वाले मुनीर और उसके साथी रिहान ने की थी. पुलिस ने जांच के बाद मुनीर, रिहान, तंजीम, जैनी, और रिजवान को गिरफ्तार किया था.
अब इस मामले में बिजनौर अपर जिला सत्र न्यायाधीश डॉ विजय कुमार ने मुनीर और रिहान को हत्या का दोषी पाते हुए दोनों को फांसी की सजा सुनाई है. दोनों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. दोषियों के तीन अन्य साथी तंजीम, जैनी और रिजवान को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है.
इस फैसले को लेकर सरकारी वकील वरुण कुमार के अनुसार 6 साल तक कोर्ट में चले इस मामले में 19 लोगों की गवाही हुई और 159 तारीखों के बाद आज कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है.
दोषी पाए गए मुनीर के खिलाफ यूपी, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में कुल 33 मामले दर्ज हैं. मुनीर एक राज्य स्तर का अपराधी है और उत्तर प्रदेश के टॉप टेन वांटेड में शामिल है.
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