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ग्रेटर नोएडा के इस इलाके में बनेगा श्मशान घाट, लकड़ी, CNG, इलेक्ट्रिक- तीनों विधि से हो सकेगा अंतिम संस्कार

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए अब प्राधिकरण ने हिंडन नदी के किनारे अंतिम निवास यानी श्मशान घाट बनाने का फैसला लिया है. इसे श्मशान घाट को प्राधिकरण और एनजीओ लास्ट जर्नी मिलकर बनाएंगे.

प्राधिकरण के सीईओ ने दी मंजूरी. प्राधिकरण के सीईओ ने दी मंजूरी.
तनसीम हैदर
  • गौतम बुद्ध नगर,
  • 11 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:17 AM IST
  • हिंडन नदी किनारे बनेगा अंतिम निवास
  • मेमोरियल हॉल भी बनाया जाएगा

यूपी में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने हिंडन नदी के किनारे अंतिम निवास यानी श्मशान घाट बनाने को मंजूरी दे दी है. इसे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण एफएनपी केयर की एनजीओ लास्ट जर्नी के साथ मिलकर बनाएगा. शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने इसे सैद्धांतिक मंजूरी दे दी.

दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बहुत तेजी से आबादी बढ़ रही है. मौजूदा समय में ही सोसाइटियों और गांवों में मिलाकर करीब 10 लाख से अधिक आबादी रहने लगी है. किसी अपने के हमेशा के लिए खो देने के बाद उनको अंतिम संस्कार के लिए ग्रेटर नोएडा के सफीपुर मोक्षधाम जाना पड़ता है. यहां के निवासी अंतिम निवास बनाने की मांग कर रहे थे. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने नियोजन विभाग से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अंतिम निवास के लिए जगह तय करने के निर्देश दिए थे. नियोजन व परियोजना विभाग ने हिंडन नदी के किनारे बनाने का प्रस्ताव दिया है. लास्ट जर्नी संस्था इस अंतिम निवास को बीओटी के आधार पर बनाना चाह रही है. प्राधिकरण अंतिम निवास की जमीन को 10-11 साल के लिए संस्था को लीज पर दे देगा. संस्था इसका निर्माण, संचालन और रखरखाव करेगी.

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इस अंतिम निवास में लकड़ी, सीएनजी और इलेक्ट्रिक, तीनों ही विधि से अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी. लोगों के लिए शव वाहन और फ्रीजर की भी सुविधा प्रदान की जाएगी. शोकाकुल परिवार को प्रार्थना सभा के लिए वातानुकूलित कॉमन हॉल भी होगा. इस अंतिम निवास में मेमोरियल पार्क भी बनेगा, जहां लोग अपनों की याद में पौधे भी लगा सकेंगे. अंतिम निवास में ही प्रतीक्षालय भी बनेगा. 

अंतिम निवास तक जाने के लिए एप्रोच रोड का निर्माण प्राधिकरण करेगा. सीईओ नरेंद्र भूषण ने जीएम प्रोजेक्ट को इसका नोडल अफसर नियुक्त करते हुए शीघ्र ही औपचारिक प्रस्ताव के साथ मंजूरी लेने को कहा है. प्राधिकरण व लास्ट जर्नी संस्था की संयुक्त टीम जल्द ही मौके पर निरीक्षण कर इसका खाका खींचेगी. 

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