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मथुरा: मरने वालों की संख्या 29 हुई, 11 शवों की शि‍नाख्त

इस घटना में 2 पुलिस अधिकारियों के अलावा अब तक 27 दंगाइयों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 11 मृतकों के शवों की शिनाख्त की जा चुकी है जिनमें स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह नामक अवैध संगठन के मुखिया रामवृक्ष यादव की लाश भी शामिल है.

मथुरा में हुई थी हिंसा मथुरा में हुई थी हिंसा
सूरज पांडेय/BHASHA
  • मथुरा,
  • 05 जून 2016,
  • अपडेटेड 6:44 PM IST

मथुरा के जवाहर बाग पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों से हुई पुलिस मुठभेड़ में मारे गए मृतकों की कुल संख्या अब 29 हो गई है जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. देर रात तक एक घायल व्यक्ति ने मथुरा में दम तोड़ दिया तो दूसरे की आगरा में मौत हो गई.

दो पुलिसवाले भी हुए थे शहीद
इस घटना में 2 पुलिस अधिकारियों के अलावा अब तक 27 दंगाइयों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 11 मृतकों के शवों की शिनाख्त की जा चुकी है जिनमें स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह नामक अवैध संगठन के मुखिया रामवृक्ष यादव की लाश भी शामिल है. उसकी मौत खुद ही झोपड़ी में लगाई गई आग में जलने से हुई बताई जाती है.

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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विवेक मिश्रा ने बताया कि एक अज्ञात हमलावर की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई तथा दूसरे के बारे में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से सूचित किया गया है कि वहां इलाज करा रहे पिनकू पुत्र धनपति चौहान निवासी अंबरपुर, थाना गंभीरपुर, आजमगढ़ को भी बचाया नहीं जा सका.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि बीती शाम शवों की शिनाख्त की कार्यवाही के दौरान मथुरा में मौजूद बलवाईयों के 10 शवों की शिनाख्त जेल में बंद उनके साथियों ने कर ली है. जिनमें गाजीपुर जनपद के गांव रायपुर-दोधपुर पोस्ट-केलही मरदह निवासी रामवृक्ष यादव तथा महेश जायसवाल निवासी गायघाट थाना-उस्का सिद्धार्थनगर, उदयराज मौर्य ग्राम विशनपुरवा, थाना ऊंचाहार रायबरेली, प्रवीन का दादा व सोमवती का ससुर, डॉक्टर साहब मुजफ्फरपुर, टीटी बाबू निवासी कानपुर नगर और रामलखन वर्मा आदि शामिल हैं.

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इनके अलावा दो महिलाएं आशा देवी निवासी गादरा पोस्ट नागपुर, बक्सर बिहार, पूनम गुप्ता निवासी बसई थाना राजपुर बक्सर, बिहार भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि नियमानुसार सभी लावारिस लाशों को यहां लाए जाने से 72 घण्टे तक उनके परिजनों के आने का इंतजार किया जाएगा और अगर ऐसा न हो पाया तो सोमवार को सुबह 11 बजे के बाद पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी कर उनका अंतिम संस्कार करा दिया जाएगा.

कप्तान ने कहा कि बाकी मृतकों की भी शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए जो लोग मथुरा व आगरा में इलाज करा रहे हैं अथवा जेल में बंद हैं उन्हें शवों के फोटोग्राफ्स दिखाकर शिनाख्त कराने की पूरी कोशिश की जा रही है.

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